डीएनए हिंदी: अडानी ग्रुप (Adani Group) की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों में सोमवार को भी लगातार तीसरे दिन गिरावट देखी गई. समूह की कंपनियों के शेयर पिछले मंगलवार के बाद से लगातार टूट रहे हैं. अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी हिंडेनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की एक रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयर्स लगातार गिर रहे हैं. हिंडेनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अड़ाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है.
अडानी समूह ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ की प्रतिक्रिया जारी की थी. इसके बाद सोमवार को हिंडनबर्ग ने अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कहा कि अडानी समूह धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढक नहीं सकता. पिछले तीन दिन में समूह की कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन 5.56 लाख करोड़ रुपये से अधिक घट गया है. ग्रुप के पांच स्टॉक्स में 20 फीसदी का लोअर सर्किट लगा है.
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Adani Group के इन 5 स्टॉक्स में गिरावट
- अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) 20 प्रतिशत टूटकर 2342 रुपये.
- अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) 19.99 प्रतिशत टूटकर 1189 रुपये.
- अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission)14.91 प्रतिशत टूटकर 1611 रुपये.
- अडानी पॉवर (Adani Power) में 5 प्रतिशत की गिरावट के बाद 235 रुपये.
- Adani Wilmar 5 प्रतिशत टूटकर 491 रुपये पर हैं.
इसके अलावा अडानी ग्रुप की बीएसई पर अडाणी विल्मर में पांच प्रतिशत, एनडीटीवी में 4.99 प्रतिशत, अडानी पोर्ट्स में 0.29 प्रतिशत की गिरावट हुई. दूसरी ओर, अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 4.21 फीसदी चढ़ा. अंबुजा सीमेंट्स का 1.65 प्रतिशत और एसीसी के शेयर को 1.10 फीसदी लाभ हुआ. अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर शुक्रवार को 20 प्रतिशत तक टूटे थे. पिछले मंगलवार को कारोबार बंद होने के बाद से बीएसई पर अडानी ट्रांसमिशन का शेयर 37.95 प्रतिशत टूटा है.
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'धोखाधड़ी को ‘राष्ट्रवाद’ से ढका नहीं जा सकता'
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेस में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘अडाणी एंटरप्राइजेज का यह बयान महत्वपूर्ण है कि एफपीओ (FPO) अपने तय समय पर आया है और मूल्य दायरे में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इस बयान को प्रबंधन के भरोसे के रूप में देखा जा सकता है कि एफपीओ की सफलता को लेकर वह आशान्वित है.’ हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह की कंपनियों के शेयर भाव में गड़बड़ी संबंधी अपनी रिपोर्ट को भारत पर सोचा-समझा हमला बताने वाले समूह के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि एक धोखाधड़ी को ‘राष्ट्रवाद’ से ढका नहीं जा सकता है.
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