Airtel: ग्राहकों को लग सकता है झटका, दोबारा टैरिफ दरों में हो सकती है बढ़ोतरी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Feb 11, 2022, 05:49 PM IST

टेलिकॉम कंपनियों ने फिर से टैरिफ के दाम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. इससे आम आदमी की जेब पर महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है.

डीएनए हिंदी: अब देश की टेलीकॉम कंपनियों ने एक बार फिर से टैरिफ के दाम बढ़ाने शुरु कर दिए हैं जिससे आम आदमी की जेब और ज्यादा ढ़ीली होने वाली है. वोडाफोन आइडिया के बाद अब एयरटेल के ग्राहकों को भी झटका लगने वाला है. कंपनी के एक टॉप-लेवल अधिकारी ने कहा कि इस साल टैरिफ को दोबारा महंगा किया जा सकता है. दरअसल कंपनी के एवरेज रेवेन्यू पर यूजर में बढ़ोतरी करना है. इससे पहले पिछले साल नवंबर में कंपनी ने अपनी टैरिफ दरों को बढ़ाया था. 

प्रीपेड प्लान्स की टैरिफ दरों में बढ़ोतरी

कंपनी ने प्रीपेड प्लान्स की टैरिफ दरों में 20-25% तक इजाफा किया था. कंपनी का 79 रुपये का बेस प्लान 99 रुपये का हो गया इसके अलावा 149 रुपये का प्लान अब 179 रुपये का हो गया. कंपनी का 219 रुपये का प्लान 265 रुपये का हो गया. 249 रुपये वाला प्रीपेड प्लान अब 299 रुपये में मिल रहा है. वहीं 399 रुपये वाले प्रीपेड प्लान की कीमत बढ़ाकर 479 रुपये कर दी गई. कयास लगाया जा रहा है अब कंपनी अगले 4-5 महीनों में फिर से टैरिफ दरों में बढ़ोतरी कर सकती है. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विठ्ठल ने कहा कि कंपनी अपना एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर 300 रुपये तक करने का लक्ष्य लेकर चल रही है जिसे इस कैलेंडर साल में पूरा किया जा सकता है.

टैरिफ प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी 

कंपनी का मानना है कि ये हेल्दी बिजनस मॉडल के लिए बेहद जरूरी है. SIM कंसोलिडेशन की लहर के जाने के बाद ही कंपनी टैरिफ प्लान की कीमतों को बढ़ाएगी. पिछले साल जब कंपनी ने नवंबर में अपने सभी प्रीपेड प्लान्स को महंगा कर दिया था उसके बाद दो या इससे ज्यादा नंबर इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या में कमी देखने को मिली थी. हालांकि दिसंबर तिमाही में कंपनी के ग्राहकों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. दिसंबर तिमाही में एयरटेल के 4G ग्राहकों की संख्या सालाना आधार पर 18.1% बढ़कर 19.5 करोड़ हो गई है। 
एक साल पहले की समान तिमाही में यह संख्या 16.56 करोड़ थी. नेटवर्क पर प्रति ग्राहक डेटा का इस्तेमाल 11.7 प्रतिशत बढ़कर 16.37 जीबी से 18.28 जीबी हो गया है. इस वित्त वर्ष कंपनी टूल्स को अपडेट करने, नेटवर्क और क्लाउड कारोबार पर 2,250 करोड़ रुपए खर्च करेगी. एयरेटल का कहना है कि जिस तरह की क्वालिटी सेवाओं की लोगों को दरकार है उसके लिए रेट बढ़ाने के सिवाए कोई दूसरा विकल्प नहीं है. साथ ही जिस तरह का ARPU दुनियाभर में है उसके सामने भारतीय बाज़ार अभी भी बेहद सस्ता है.

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