क्या है Shark Tank India के मशहूर जज Ashneer Grover का विवाद?

| Updated: Feb 28, 2022, 11:51 AM IST

Ashneer Grover Controversy 

ग्रोवर का विवाद जनवरी 2021 की शुरुआत में तब गरमाया जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप सामने आई.

डीएनए हिंदी: पिछले कई दिनों से आपने 'BharatPe' के Co-फाउंडर Ashneer Grover का नाम खूब सुना होगा. सोनी टीवी के शो Shark Tank के जरिए तो उन्होंने सुर्खियां बटौरी हीं साथ में अपनी प्रोफेशनल लाइफ में चल रहे विवादों के चलते भी खबरों में रहे.

भारतपे ने चार साल में डिजिटल पेमेंट की दुनिया में अच्छी-खासी पोजीशन हासिल की. इस कंपनी को अगस्त-2021 में यूनिकॉर्न का खिताब मिला. यह उन स्टार्टअप को मिलता है जिनकी वैल्यू एक अरब डॉलर हो जाती है. इसका क्रेडिट कंपनी को खड़ा करने वाले अशनीर ग्रोवर को जाता है लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनके सितारे ठीक नहीं चल रहे हैं. हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि वह कंपनी से बाहर तक हो सकते हैं. ग्रोवर के खिलाफ प्राइवेट सेक्टर के कोटक महिंद्रा बैंक के एक बैंकर से गालीगलौज का आरोप है. हालांकि ग्रोवर ने आरोपों को खारिज किया है लेकिन विवाद थमा नहीं. विवाद बढ़ता देख वह छुट्टी पर चले गए. कहा जा रहा था कि कंपनी ने उन्हें छुट्टी पर जाने को कहा था. 

कैसे शुरू हुआ विवाद?

ग्रोवर का विवाद जनवरी 2021 की शुरुआत में तब गरमाया जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप सामने आई. इसमें कोटक महिंद्रा बैंक से जुड़े कोटक वेल्थ मैनेजमेंट के एक बैंकर को फोन पर चेतावनी दी जा रही थी. आरोप है कि इस क्लिप में ग्रोवर ही बैंककर्मी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे. ग्रोवर इस पर चुप नहीं रहे और 6 जनवरी को ट्वीट किया. इसमें उन्होंने कहा, ऑडियो-क्लिप फर्जी है. कुछ घोटालेबाज इस क्लिप का इस्तेमाल करके मुझसे बिटकॉइन में 240,000 डॉलर वसूलने की कोशिश कर रहे हैं. मामला यहां शांत नहीं हुआ. इसके बाद 8 जनवरी को ग्रोवर ने वह ट्वीट डिलीट कर दिया. इकनॉमिक टाइम्स अखबार ने इस बारे में ग्रोवर से पूछा तो उन्होंने कहा कि ऑडियो क्लिप को सोशल मीडिया से हटा दिया गया है इसलिए उन्होंने अपना ट्वीट भी हटा दिया. उसे अपने ट्विटर प्रोफाइल पर रखने का कोई मतलब नहीं था.

फिर पता चला कि ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी ग्रोवर ने कोटक महिंद्रा बैंक को 31 अक्टूबर, 2021 को एक लीगल नोटिस भेजा था. यह कहा गया था कि वे अक्टूबर में बेहद सफल रहे Nykaa के आईपीओ में शेयर चाहते थे लेकिन बैंक इसकी फाइनैंसिंग करने में नाकाम रहा. दूसरी तरफ भारतपे के सीईओ सुहैल समीर की बैंक ने मदद की और फाइनैंस किया. 

मिस्टर एंड मिसेज ग्रोवर ने यह कहते हुए हर्जाना मांगा कि वे बैंक की आईपीओ फाइनैंसिंग सर्विस के जरिये Nykaa के आईपीओ में 500 करोड़ रुपये निवेश करने वाले थे. उधर कोटक महिंद्रा बैंक ने ग्रोवर दंपती के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे बैंकर से बात करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया. बैंक के इस रुख से साफ हुआ कि बैंक ऑडियो क्लिप को सही मानता है. मजेदार बात यह है कि ग्रोवर ने एक समय कोटक महिंद्रा के इन्वेस्टमेंट बैंकिंग बिजनेस से ही अपने करियर की शुरुआत की थी.

इस एक आरोप के बाद ग्रोवर से जुड़े और भी विवाद सामने आए. यह मामला अगस्त 2020 में हुए एक ई-मेल एक्सचेंज से जुड़ा था. इसमें ग्रोवर और सिकोया इंडिया के हर्षजीत सेठी के बीच बातचीत थी. सिकोया की भारतपे में 19 फीसदी हिस्सेदारी है. ईमेल में आरोप लगे कि ग्रोवर ने बातचीत के दौरान कथित तौर पर अपशब्दों का इस्तेमाल किया. सेठी ने ग्रोवर को लिखा था कि पिछले कुछ दिनों और महीनों में आपके (ग्रोवर के) मेसेज और धमकियां आहत करने वाले और निराशाजनक रहे हैं ... सिकोया और भारतपे के बीच संबंध आगे कैसे चलेंगे, हमें इस बारे में बातचीत करने की जरूरत है.

विवाद बढ़ने के बाद छुट्टी पर भेज दिए गए अशनीर ग्रोवर?

ग्रोवर अब मार्च के आखिर तक छुट्टी पर हैं. उन्होंने लिंक्डइन पर लिखा, काफी विचार-विमर्श और गौर करने के बाद मैं छुट्टी लेने की सोची है, मैं 1 अप्रैल को या उससे पहले वापस आ जाऊंगा. एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के कुछ निवेशकों ने ग्रोवर पर दबाव डाला था कि वह छुट्टी पर चले जाएं. हालांकि कई कॉरपोरेट्स ने कहा है कि ग्रोवर के खिलाफ और कड़ा कदम उठाया जाना चाहिए था. 

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