डीएनए हिंदी: नई संसद में नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया है. आम चुनावों से पहले लोग इस उम्मीद में थे कि यह बजट लोकलुभावना होगा लेकिन सरकार ने किसी भी तरह का कोई बड़ा फैसला नहीं लिया है. निर्मला सीतारमण के इस बजट में किसान, युवा और महिलाओं का ध्यान रखा गया है. इनसे जुड़े जन कल्याणकारी योजनाओं के लिए फंड जारी किया जाएगा. इस बजट में टैक्स दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
सरकार ने 3 करोड़ लखपती दीदी बनाने का लक्ष्यर रखा है. 70 फीसदी ग्रामीण महिलाओं को घर देने का प्रावधान किया गया है. आइए जानते हैं इस बजट पर विपक्ष का क्या रिएक्शन है? क्या है विपक्षी नेताओं का रिएक्शन, यहां पढ़ें-
- महज प्रशासनिक कवायद है ये बजट: कार्ति चिदंबरम
कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा, 'यह महज एक प्रशासनिक कवायद है कि नई संसद के गठन और नई सरकार के गठन तक भारत सरकार के पास अपना सामान्य कामकाज चलाने के लिए आवश्यक धन हो. और यही उन्होंने किया है. इस बजट में आत्म-बधाई, आत्म-प्रशंसा वाक्यांशों को बनाने के अलावा, वहां कुछ भी नहीं है.'
- क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पूर्ण बजट जुलाई में आएगा. हमें उम्मीद है कि लोगों को फायदा होगा, पर्यटन बढ़ेगा, उद्योग भी बढ़ेंगे और देश प्रगति करेगा.
- केंद्र का विदाई बजट है यह बजट: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा है कि यह बजट विदाई बजट है, यह व्यर्थ बजट है. उन्होंने कहा, 'कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है. भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है. ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है.'
- यह निराशाजनक भाषण है: शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है, 'यह बजट में रिकॉर्ड पर सबसे छोटे भाषणों में से एक था. इससे बहुत कुछ नहीं निकला. हमेशा की तरह बहुत सारी बयानबाजी, कार्यान्वयन पर बहुत कम ठोस बातें. उन्होंने यह नहीं स्वीकार किया कि एफडीआई में कमी आई है. उन्होंने कई चीजों के बारे में बात की जो अस्पष्ट भाषा में हैं जैसे 'विश्वास' और 'आशा' इत्यादि. लेकिन जब कठिन आंकड़ों की बात आती है, तो बहुत कुछ आंकड़े उपलब्ध हैं. यह एक निराशाजनक भाषण है.'
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क्या है सत्ता पक्ष के नेताओं के रिएक्शन?
- युवा भारत का बजट: पीएम नरेंद्र मोदी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट की तारीफ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि यह आशाओं के अनुरूप बजट है. इससे गरीब और मध्यम वर्ग को लाभ मिलेगा. इस बजट में उनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे. उन्होंने कहा है कि यह बजट युवा, किसान और महिलाओं का बजट है. पीएम ने इसे युवा भारत का प्रतिविंब बताया है. ऑ
- यह एक उत्साहजनक बजट: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह एक उत्साहजनक बजट है. हमें पूरा विश्वास है कि हम 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे.'
- विकसित भारत के लिए हो रहा सबकुछ
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा है कि सबकुछ विकसित भारत के लिए हुआ है. देश को आगे बढ़ाने के लिए ही मेहनत की गई है.
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