डीएनए हिंदी: दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से गांजा बेचने के आरोप लगे हैं जिसके बाद व्यापारी संगठन में एक विशेष गुस्सा देखने को मिल रहा है. व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानी कैट (Confederation Of All India Traders) ने अमेजन (Amazon) पर निशाना साधा है. कैट ने आरोप लगाया है कि अब अमेजन ने भगवान श्रीराम को भी नहीं छोड़ा और अपने प्लेटफॉर्म पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) को एक गांजा विक्रेता के रूप में दिखाया है जो कि आलोचनात्मक है.
इस मामले में कैट की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आरबीआई और भारत सरकार के सभी नियमों एवं कानूनों को धता बताते हुए अमेजन ने गंभीर अपराध किया है और अभी तक इसके खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है. अमेजन के पोर्टल पर हुए इस गोरखधंधे का खुलासा करते हुए कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने गांजा बेचने वाले कुछ लोगों के गिरोह का उल्लेख किया है. इन लोगों ने आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम शहर में बाबूटैक्स सहित लगभग 10 अन्य फर्जी नामों से कंपनियां खोली और उन्हें अमेजन के पोर्टल पर रजिस्टर किया जिनसे बड़ी मात्रा में गांजा मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बेचा गया था.
जानकारी के मुताबिक जिन फर्जी कंपनियों को यह गांजा बेचा गया उसमें से अमेजन के पोर्टल ऊपर सेलर के रूप में फर्जी तरीके से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को भी एक सेलर के रूप में रजिस्टर किया गया और बेचे गए गांजा की राशि का एक भाग तीर्थ क्षेत्र के अकाउंट्स में भी जमा करने का दावा किया गया. कैट के अध्यक्ष ने कहा कि यह बहुत ही घिनौना और अशोभनीय है कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट का नाम गांजा बेचने में भी इस्तेमाल किया गया है और दुख की बात है कि अपराधियों ने भगवान राम को भी अपने घृणित लेनदेन में नहीं बख्शा! यह मामला साफ तौर पर दर्शाता है कि अमेजन प्लेटफार्म पर कानून और नियमों का कभी पालन नहीं किया जाता है. आश्चर्य की बात यह है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करने का किसी को भी नहीं पता है, जो बेहद गंभीर विषय है.
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि कैट के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार विशाखापटचनम में अमेजन प्लेटफॉर्म पर सेलर के रूप में एक कंपनी बाबुटेक्स सहित कई फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड थीं जो एक ही यूपीआई नंबर का इस्तेमाल करते गांजा भेजती थी और उससे प्राप्त राशि को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सहित लगभग 10 फर्जी अकाउंट्स में भेजा था. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अकाउंट नंबर- 39161495808 भारतीय स्टेट बैंक, नया घाट शाखा, अयोध्या में यह राशि दी गई. इस मामले में शामिल लोगों द्वारा नकली जीएसटी नंबर्स का इस्तेमाल किया गया था.
प्रवीण ने कहा कि इस देश में यदि एक छोटे व्यापारी को भी व्यापार करना हो तो तरह-तरह के लाइसेंस आदि लेने पड़ते हैं लेकिन ऑनलाइन पोर्टल पर व्यापार करने में कोई परेशानी नहीं है. फर्जी डीलिंग का मतलब है गैर कानूनी काम करना ! आखिर ये सब कैसे हुआ और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र जैसा पवित्र नाम किस तरह से अमेजन के पोर्टल पर सेलर बनाया गया. यह जांच का बड़ा विषय है! भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि यह प्रकरण इस तथ्य को दर्शाता है कि अमेजन द्वारा अपने प्लेटफॉर्म पर ऑनबोर्डिंग सेलर्स को रजिस्टर्ड करने में किसी तरह की भी जांच नहीं की गई और न ही लेनदेन पर कोई सतर्कता बरती गई.
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