डीएनए हिंदी: देश में लगातार महंगाई कमर तोड़ रही है लेकिन इस बीच आम आदमी के लिए एक राहत की खबर सामने आई है क्योंकि सरसों के तेल समेत खाद्य तेलों (Edible Oil) की कीमतों में फिर कटौती हुई है शुक्रवार की रात को जहां शिकागो एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई. वहीं सप्लाई पर भी इसका असर दिखा और सप्लाई बढ़ने से कीमतों में गिरावट देखी गई है.
दरअसल, अब मंडियों में सरसों की सप्लाई में तेजी आई है. शुक्रवार को जहां 5 लाख बोरी सरसों सप्लाई हुई थी. वहीं शनिवार को यह सप्लाई बढ़कर 7 लाख बोरी हो गई. इसके कारण सरसों की कीमत में 25 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई. ऐसे में खाद्य तेल की कीमतों में भी बड़ी गिरावट की संभावनाएं हैं.
इसके अलावा यदि बात उत्तर प्रदेश की करें तो खबरों के मुताबिक 3 अप्रैल को यहां सरसों के तेल के भाव 157 रुपये पर खुले जबकि पिछले साल सरसों के दाम सर्वाधिक स्तर 210 रुपये तक पहुंच गया था. उस लिहाज से बात करें तो अभी सरसों के तेल के दामों में 50 रुपये से ज्यादा की गिरावट है.
वहीं इस मामले में बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सप्ताहों में भी दामों में गिरावट जारी रह सकती है जो कि आम आदमी के लिए एक अच्छी खबर है. खास बात यह है कि केवल सरसों के तेल ही नहीं बल्कि मांग के कमजोर रहने से मूंगफली तेल की कीमतें में भी गिरावट देखी गई है. बाजार में प्रति क्विंटल थोक भाव पर नजर डालते हैं.
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गौरतलब है कि पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ने के साथ ही लगातार माल ढुलाई की कीमतों में भी बढ़ोतरी कि संभावनाएं रही है. ऐसे में खाद्य तेल के दामों में भी महंगाई बढ़ने के आसार थे लेकिन आम आदमी को फिलहाल खाद्य तेलों की कीमतों में कमी से राहत मिलती नजर आ रही है.
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