डीएनए हिंदीः आज महंगाई के दौर में लोगों का खर्च अपनी एक साधारण सी कमाई से नहीं चल पाता है. इसके चलते लोगों की सोच सदैव किसी समानांतर दूसरे वित्तीय साधन तैयार करने की होती है. इसके चलते शेयर बाजार से लेकर सोने तक में लोग निवेश करते हैं. वहीं खेती भी निवेश का एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है. अगर आपको ये बात मजाक लग रही है तो आप गलत हो सकते हैं. एक पेड़ की खेती कर आप करोड़पति तक बन सकते हैं और ये पेड़ चंदन का है.
चंदन के पेड़ की खेती
चंदन का भारतीय संस्कृति में सर्वाधिक महत्व माना जाता है. पूजन से लेकर अंतिम संस्कार तक में इसका प्रयोग किया जाता है. इसे हिन्दू संस्कृति के रीति-रिवाजों के कारण अधिक डिमांड वाला पेड़ माना जाता है. अब जाहिर सी बात है कि जिस प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा है उसकी कीमत भी ज्यादा होगी. चंदन एवं उसकी लकड़ी की कीमत सबसे महंगे पेड़ों की लकड़ियों में होती है. ऐसे में इसकी खेती के लिए अच्छा-खासा निवेश भी करना पड़ता है.
कैसे करें इसकी खेती
चंदन के पेड़ की खेती को लेकर कहा जाता है कि जितना निवेश करेंगे, उसका दस गुना लाभ हो सकता है. चंदन की खेती के लिए इसके पेड़ दो तरह से उगाए जा सकते हैं. इसे ऑर्गेनिक और ट्रिडिशनल दोनों तरह से उगाया जा सकता है. चंदन के पेड़ों को ऑर्गेनिक तरीके से उगाने में करीब 10 से 15 साल लगते हैं. वहीं यदि यही खेती ट्रिडिशनल तरीके से हो तो 25 साल तक लग सकते हैं. ये दिखाता है कि इस निवेश में आपको लॉन्ग टर्म माइंडसेट के अनुसार काम करना होगा.
चंदन के पेड़ों को सामान्य वातावरण में कहीं भी उगाया जाता है. यह ध्यान रखना होगा कि इन्हें ना बर्फीली जगहों पर उगाएं और ना ही रेतीली जगहों पर इसकी खेती हो सकती है. वहीं इस पेड़ की जानवरों एवं कीट-पतंगों से विशेष सुरक्षा भी करनी पड़ती है.
यदि आप लंबे वक्त तक इन पेड़ों की सुरक्षा करने में सफल होते हैं तो ये आपके लिए कमाई का सबसे बड़ा जरिया हो सकते हैं. इस पेड़ की लकड़ियों की कटाई 10-12 वर्षों के बाद की जा सकती है. ऐसे में किसान प्रतिवर्ष 15 से 20 किलो लकड़ी काटकर बाजार में बेच सकते हैं. खास बात ये है कि इस लकड़ी की कीमत बाजार में तीन हजार रुपये प्रति किलो से लेकर 10 हजार रुपये प्रति किलो तक जा सकती है.
मालामाल कर सकता है चंदन
चंदन की खेती लोगों के लिए एक मोटे मुनाफे का साधन बन सकती है किन्तु शर्त बस लॉन्ग टर्म निवेश की ही है. प्रति हेक्टेयर चंदन की खेती के लिए करीब 15 से 25 लाख रुपये का खर्च आ सकता है. इसके विपरीत इस निवेश का रिटर्न 25 वर्षों के बाद करीब 2 से ढाई करोड़ रुपये तक का हो सकता है. इसकी वजह ये है कि चंदन का भारतीय संस्कृति में पवित्र महत्व माना जाता है. इसके अलावा कॉस्मेटिक्स से लेकर आयुर्वेद की दवाएं बनाने तक में चंदन का प्रयोग होता है. यही कारण कि चंदन की कीमत आसमान छूती है.