डीएनए हिंदी: कोरोनाकाल (Covid-19) की मुश्किलों ने हमें आर्थिक तौर पर मजबूत रहने की राह दिखाई है. कई लोगों की सैलरी अच्छी होती है बाजवूद इसके लोग बेतरतीब तरीके से खर्च करने से बाज नही आते. आर्थिक स्थिति पर इसका बेहद ही बुरा प्रभाव पड़ता है. इमरजेंसी कभी भी और कैसे भी आ सकती है हमें इसके लिए खुद को तैयार रखने की जरुरत है. वित्तीय परेशानी से बचने के लिए आप कुछ खास बातों का ध्यान रख कर अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को बिगड़ने से बचा सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का इस्तेमाल
बढ़ती महंगाई के इस दौर में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) लोगों की जरुरत का एक आम हिस्सा बन गया है. आमतौर पर लोग छोटी-मोटी खरीदारी करते वक्त भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं जबकि इसका जब बिल आता है तो वह अनुमान से कहीं ज्यादा होता है. हालांकि, अगर क्रेडिट कार्ड का बिल बहुत ज्यादा है और आप एकमुश्त बिल चुका पाने असमर्थ हैं तो भी आप क्रेडिट कार्ड का मिनिमम बकाया राशि का भुगतान करके खुद को कर्ज में फंसने से बचा सकते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि अगर आप 90% क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाते है तो आपको अगली बिलिंग साइकिल में पूरी राशि पर ब्याज देना होगा इसलिए क्रेडिट कार्ड का उतना ही इस्तेमाल करें जितना आपका एकमुश्त बिल का भुगतान कर सकते हैं.
सेविंग्स का खास ख्याल रखें
हमारे घर के बड़े बूढ़े से लेकर दिग्गज बिजनेसमैन वॉरेन बफे तक बचत करने की सलाह देते हैं. बचत करने से ना आप खुद को आर्थिक तौर पर मजबूत करते हैं बल्कि किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए भी तैयार करते हैं. अपनी आय का 10 से 20% हमेशा बचाने की कोशिश करें और इसे कहीं ऐसे जगह पर इन्वेस्ट करें जहां से आप तुरंत पैसा निकाल सकें.
EMI पड़ सकती है महंगी
EMI लेना जितना आसान है उसे चुकाना उतना ही मुश्किल कई बार देखा जाता है कि लोग अपनी आय का 50% हिस्सा EMI भरने में गंवा देते हैं. किसी भी EMI को लेने से पहले उसके रेट और उसपर लगने वाले इंटरेस्ट के बारे में अच्छे जान लें कोशिश करें कि जो भी EMI लें वह आपकी आय का 30 से 40% से भी कम का हिस्सा हो जिससे आप आसानी से बचत कर पाएं.