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सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद श्रम के क्षेत्र (Labour Market) में अब तक का सबसे बड़ा विस्तार हुआ है. दरअसल अप्रैल महीने में 88 लाख नए लोगों को रोजगार मिला है. हालांकि जो नौकरियां मुहैया कराई गईं हैं वह अभी पर्याप्त नहीं हैं. CMIE के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ महेश व्यास के मुताबिक लेबर फोर्स 88 लाख बढ़कर लगभग 43.72 करोड़ हो गई है जो महामारी की शुरुआत के बाद अबतक की सबसे बड़ी मासिक वृद्धि है.
रिपोर्ट क्या कहती है?
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अप्रैल महीने में देश में लगभग 88 लाख नए लोगों को रोजगार मिला है. साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अप्रैल में भारत की श्रम शक्ति 88 लाख बढ़कर 43.72 करोड़ हो गई है. कोरोना महामारी के बाद यह अबतक की सबसे बड़ी श्रम वृद्धि है. अमूमन पर किसी एक महीने में रोजगार योग्य आबादी की संख्या में 2 लाख से अधिक की वृद्धि करना मुमकिन नहीं है. ऐसे में एक महीने में इतनी बड़ी संख्या में रोजगार तभी संभव है जब एक साथ कई लोगों को या तो नौकरी से निकाल दिया गया है या उन्होंने खुद नौकरी छोड़ दी हो और वापस अप्रैल में ज्वाइन कर लिया हो.
अप्रैल के महीने में इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार बढ़ा है. CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल में इंडस्ट्री ने 55 लाख नौकरियां दीं हैं. इसमें से मैन्युफैक्चरिंग में 30 लाख नौकरियों में वृद्धि हुई है और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 4 लाख नौकरियां बढ़ीं हैं. इधर सर्विस सेक्टर में लगभग 67 लाख नौकरियों में इजाफा हुआ है. वहीं अप्रैल महीने में कृषि क्षेत्र (Agriculture Sector) में रोजगार में लगभग 52 लाख की गिरावट आई है.
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