डीएनए हिंदी: देश की मोदी सरकार (Modi Government) लगताार निजी क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है जिसके चलते सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का विनिवेश कर रही है. पिछले कुछ महीनों में ही सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया टाटा ग्रुप के निजी हाथों में गई है और अब मोदी सरकार एक और कंपनी को बेचने की तैयारी कर रही है जिसके लिए आधिकारिक प्रक्रियाएं भी शुरू कर दी गई हैं. यह कंपनी एचएलएल लाइफकेयर (HLL Lifecare) है जिसकी कमान अब प्राइवेट हाथों में सौंपी जा रही है. इसके लिए सरकार को बोली भी मिलने लगी है.
दरअसल, HLL लाइफकेयर लिमिटेड में सरकार अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच रही है. इसका मतलब यह है कि अब ये कंपनी भी निजी हाथों में चली जाएगी. खास बात यह है कि इस कंपनी के खरीददारों कीबोली आना भी शुरू हो गई है. भारतीय कंपनी समूह अडानी ग्रुप और पिरामल हेल्थकेयर सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनी, एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड को खरीदने के लिए दौड़ में आगे चल रही हैं. की दौड़ में शामिल हैं.
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जानकारी के मुताबिक जल्दी ही सरकार की तरफ से पीरामल ग्रुप, अडानी ग्रुप, अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Meil) सहित बोलीदाताओं से एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड के लिए वित्तीय बोलियां मांगी जाएगी जो भी इसके लिए सबसे ऊंची वित्तीय बोली लगाएगा सरकार उसके आधार पर ही इस कंपनी तो बेचेगी.
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वहीं इस मामले में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया है कि अभी ड्यू डिलिजेंस जारी है और विजेता के चयन की प्रक्रिया वित्तीय बोलियों के आधार पर किया जाएगा. जानकारों के मुताबिक, लेन-देन सलाहकार उनका मूल्यांकन कर रहा है, एचएलएल को खरीदने के लिए अडानी ग्रुप, पीरामल ग्रुप ने रुचि दिखाई है. गौरतलब है कि 14 दिसंबर को स्वास्थ्य क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम में सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए शुरुआती बोलियां मांगी थीं. अब यह देखना होगा कि आखिर कौन इस कंपनी का असल मालिक बन पाता है.
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