डीएनए हिंदीः नए साल से पहले आज जीएसटी काउंसिल (GST Council) की अहम बैठक होने जा रही है. इस बैठक में जीएसटी की दरें घटाने पर भी फैसला हो सकता है. सूत्रों का कहना है कि जीएसटी की 12 और 18 फीसदी की दरों का विलय कर एक दर बनाई जा सकती है. पिछले काफी समय से इसकी मांग हो रही है. दूसरी तरफ टेक्सटाइल और जूतों पर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी जीएसटी लगाने फैसले पर हो रहे विरोध को देखते हुए इसे वापस लेने पर फैसला हो सकती है. नए साल पर लोग पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की उम्मीद कर रहे हैं हालांकि इस पर चर्चा के संकेत नहीं मिले हैं.
मंत्री समूह की सिफारिश पर होगी चर्चा
केंद्रीय मंत्री समूह ने भी जीएसटी दरें घटाने को लेकर अपनी रिपोर्ट जीएसटी परिषद को सौंपी है. इसमें टैक्स स्लैब को मिलाने के साथ बिना जीएसटी वाले कुछ उत्पादों को कर के दायरे में लाने का सुझाव दिया गया है. इसके साथ ही फिटमेंट कमेटी, जिसमें राज्यों और केंद्र के कर अधिकारी शामिल हैं, ने भी स्लैब और दरों में बदलाव की सिफारिशें की हैं. अभी जीएसटी की दर 5, 12, 18 और 28 फीसदी है.
टेक्सटाइल पर जीएसटी रेट बढ़ाने का उठेगा मुद्दा
जीएसटी काउंसिल की बैठक में टेक्सटाइल पर जीएसटी रेट बढ़ाये जाने का मुद्दा छाया रह सकता है. दरअसल एक जनवरी 2022 से टेक्सटाइल पर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी जीएसटी लगने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस बैठक में जीएसटी काउंसिल की बैठक में टेक्सटाइल और फूटवियर यानि जूतों पर जीएसटी को 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने के फैसले को टालने पर चर्चा की जा सकती है. राज्य सरकारों से लेकर टेक्सटाइल और फुटवियर इंडस्ट्री जीएसटी रेट बढ़ाने का विरोध कर रही है.