ट्रेन में TTE भी नहीं कर पाएगा आपको डिस्टर्ब, जानिए रेलवे के नए नियम

| Updated: Jan 09, 2022, 02:25 PM IST

रेलवे के नियमों के मुताबिक रात 10 बजे के बाद सुबह 6 बजे तक टीटीई आपको टिकट चेकिंग के लिए डिस्टर्ब नहीं कर सकता है.

डीएनए हिंदी: भारतीय रेलवे देश की जान मानी जाती है देशा की लगभग 80 प्रतिशत आबादी रेलवे से ही अपनी लंबी दूरी की यात्रा करती है. ऐसे में जनता के लिए रेलवे के नियम जानना अत्यंत आवश्यक है. यदि आप इन नियमों को जानते हैं तो आपका रेलवे का सफर और ज्यादा आसान हो जाएगा और आप कानूनी रूप से अपने हक के लिए आवाज भी उठा सकते हैं. 

नींद में नहीं होगा डिस्टरबेंस 

दरअसल कई बार ऐसा होता है कि ट्रैवल टिकट एग्जामिनर अर्थात TTE टिकट चेक करने देर रात में आता है और जगाकर टिकट या आईडी दिखाने के लिए कहता है. ये काफी असहज स्थिति होती है. ऐसे में आपको रेलवे बोर्ड की गाइडलाइंस का ध्यान रखना है. इसके मुताबिक रात 10 बजे के बाद TTE भी आपको डिस्टर्ब नहीं कर सकता है.

टीटीई को सिर्फ सुबह 6 से रात 10 बजे के बीच ही टिकटों का वेरिफिकेशन करना होता है. रात में सोने के बाद किसी भी पैसेंजर को डिस्टर्ब नहीं किया जा सकता है. गौरतलब है कि यदि आप रात के 10 बजे के बाद ट्रेन में सफर करने के लिए चढ़े हैं तो आपको टीटीई से टिकट का वेरिफिकेशन कराना होगा. इस स्थिति में आप पर ये नियम लागू नहीं होगा. 

नही दी सकतें दूसरे को सीट

इसके अलावा यदि आपकी ट्रेन किन्हीं कारणों से छूट जाती है तो टीटीई अगले दो स्टॉप तक या अगले एक घंटे तक आपकी सीट किसी अन्य यात्री को नहीं दे सकता है. इस स्थिति में आप अगले दो स्टॉप में से किसी से भी ट्रेन पकड़ सकते हैं. वहीं तीन स्टॉप गुजर जाने के बाद टीटीई के पास अधिकार होता है कि वह आरएसी लिस्ट में आए किसी अगले व्यक्ति को आपकी सीट अलॉट कर सकता है. 

मिडिल बर्थ के भी है नियम 

इसके अलावा मिडिल बर्थ पर सोने वाले यात्रियों के लिए भी विशेष नियम सूची है. इसकी वजह ये है कि कई बार यात्री मिडिल बर्थ को ट्रेन शुरू होते ही खोल लेते हैं. ऐसी स्थिति में इससे लोअर बर्थ वाले यात्रियों को परेशानी होती हैं. ऐसे में आपको रेलवे के नियमों का ध्यान रखना होगा.  मिडिल बर्थ वाला यात्री अपनी बर्थ पर 10 बजे रात से सुबह 6 बजे तक ही सो सकता है. 

रेलवे के नियमों के अनुसार रात 10 से पहले अगर कोई यात्री मिडिल बर्थ खोलना चाहें तो आप उसे रोक सकते हैं. वहीं, सुबह 6 बजे के बाद बर्थ को नीचे करना होगा. इससे दूसरे यात्री लोअर बर्थ पर बैठ सकते. ध्यान देने वाली बात ये भी है कि कई बार लोअर बर्थ वाले देर रात तक जागते हैं और मिडिल बर्थ वालों को दिक्क्त होती है. ऐसे में आप 10 बजे अपनी सीट नियम के तहत उठा सकते हैं और आपको कोई नहीं रोक सकता है. 

ये सभी रेलवे के ऐसे नियम हैं जिनकी मदद से आपका रेलवे का सफर आसान होगा. वहीं आपको कोई परेशान भी नहीं कर सकेगा.