डीएनए हिंदी: भारत और रूस 2 ऐसे देश हैं जिन्होंने हर परिस्थिति में एक-दूसरे का साथ निभाया है. अब रूस ने भारत को Crude Oil की खरीद में छूट दी है. देश की टॉप ऑयल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने 3 मिलियन बैरल कच्चा तेल रूस से खरीदा है. रूस ने इस खरीद पर अंतर्राष्ट्रीय दरों की तुलना में डिस्काउंट भी दिया है.
यूक्रेन हमले के बाद पहली खरीद
यह खरीद एक ट्रेडर के जरिए हुई है. यह यूक्रेन पर रूस के हमले (24 फरवरी) के बाद हुई पहली खरीद है. यूक्रेन पर हमले की वजह से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूस पर अमेरिका, फ्रांस समेत तमाम देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने प्रतिबंधों की झड़ी लगा दी है. रूस को वैश्विक समुदाय के बीच अलग-थलग करने की कोशिश भी चल रही है.
20 से 25 डॉलर का डिस्काउंट
एक अंग्रेजी वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि आईओसी को कच्चे तेल की आपूर्ति मई तक हो जाएगी. आईओसी को प्रति बैरल 20 से 25 डॉलर तक का डिस्काउंट मिल रहा है. आईओसी ने जिस ट्रेडर के जरिए यह खरीद है उसके साथ कुछ जरूरी शर्तें भी रखी हैं. ट्रेडर को शिपमेंट भारतीय क्षेत्र तक पहुंचाना होगा, ताकि किसी भी तरह के विवाद या वैश्विक रुकावटों से बचा जा सके.
वैश्विक प्रतिबंधों के बाद रूस ने उठाया कदम
बता दें कि रूस पर इस वक्त कई तरह के कठोर प्रतिबंध अमेरिका, फ्रांस, यूरोपियन यूनियन समेत तमाम संगठनों ने लगा रखा है. ऐसे में रूप भारत समेत तमाम आयातक देशों को डिस्काउंट ऑफर कर रहा है. भारत ने यूक्रेन पर रूसी हमले का खुले तौर पर समर्थन नहीं किया है लेकिन बाकी देशों की तरह खुलकर विरोध भी नहीं किया है. संयुक्त राष्ट्र में भी भारत वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहा था.