डीएनए हिंदी: देश में बिजली की खपत तेजी से बढ़ रही है. इसकी वजह भीषण गर्मी और सूरज की तपिश मानी जा रही है. ऐसे में बिजली की मांग के अनुसार आपूर्ति ना हो पाने के चलते बिजली संकट (Power Crisis) है और बिजली संकट के पीछे की वजह समय पर कोयले की आपूर्ति ना हो पाना (Coal Crisis) है. ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने पहले ही करीब 650 से ज्यादा ट्रेनें रद्द करने का ऐलान किया था और अब रेलवे ने यात्रियों को झटका देते हुए करीब 1100 ट्रेने रद्द करने के ऐलान कर दिया है जो कि आम आदमी के सफर के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.
दरअसल, देश के कई हिस्सों में बिजली उत्पादन प्लांट कोयला संकट का सामना कर रहे हैं. Indian Railway ने इससे निपटने के लिए और कोयले की आपूर्ति के लिए रेलवे ने 15 फीसदी अतिरिक्त कोयले का परिवहन कर रही है. इसी सिलसिले में रेलवे ने अगले 20 दिनों तक करीब 1,100 ट्रेनें रद्द करने का फैसला लिया है. इसमें मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर दोनो ट्रेनें शामिल किया गया है. एक्सप्रेस ट्रेनों की 500 ट्रिप, जबकि पैसेंजर ट्रेनों की 580 ट्रिप्स रद्द की गई हैं.
रेलवे के अनुसार इन गाड़ियों को इसलिए रद्द किया गया है ताकि थर्मल पावर प्लांट को सप्लाई किए जा रहे कोयले से लदी मालगाड़ियों को आसानी से रास्ता दिया जा सके, जिससे कोयला समय पर पहुंच सके. Indian Railway ने इससे पहले भी अगले एक महीने तक 670 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है. ताकि कोयला ले जा रही माल गाड़ियों के फेरों को बढ़ाया जा सके. इसके चलते छत्तीसगढ़, ओड़िशा, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे कोयला उत्पादक राज्यों से आने-जाने वाले लोगों को काफी असुविधा हो रही है.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओड़िशा समेत कई राज्यों में कोयले संकट की वजह से बिजली समस्या पैदा हो गई थी. इसके बाद सरकार ने कई बैठकें कीं. कई राज्यों में बिजली कटौती भी की गई, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और खास बात यह है कि ये ऐसे राज्य हैं जहां Indian Railway के जरिए ही कोयले की आपूर्ति होती है.
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