डीएनए हिंदी: देश की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) ने आज यानी कि रविवार को कहा कि वह शहरी गैस वितरण (CGD- City Gas Distribution) नेटवर्क की स्थापना के लिए 7,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी. बता दें कि, IOC शहरी गैस वितरण के लिए बोली के ताजा दौर में हासिल किए गए लाइसेंस के तहत यह निवेश करेगी. IOC ने बताया कि हाल ही में खत्म हुई सीजीडी बोली के 11वें दौर में कंपनी ने कुल मांग क्षमता का 33% हिस्सा हासिल किया है, जो जम्मू से मदुरै और हल्दिया तक फैला है. शहरी गैस वितरण बोली के 11वें दौर में IOC को वाहनों के लिए खुदरा सीएनजी (CNG) और घरों में पाइप से रसोई गैस (PNG) की आपूर्ति के लिए 9 लाइसेंस मिले हैं.
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 15 लाइसेंस मिले हैं
बता दें कि मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Megha Engineering & Infrastructure ltd) को 15 लाइसेंस और अडाणी टोटल गैस लिमिटेड (Adani Total Gas) को 14 लाइसेंस दिए गए हैं. इन दोनों कंपनियों की तुलना में देखा जाए तो इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) के लाइसेंस की संख्या काफी कम है, लेकिन मांग क्षमता के हिसाब से ये सबसे ज्यादा है. IOC को मिले भौगोलिक क्षेत्रों में जम्मू, पठानकोट, सीकर, जलगांव, गुंटूर, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, मदुरै और हल्दिया जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं.
इस बारे में IOC ने अपने बयान में कहा कि, "आईओसी ने इन नई सीजीडी परियोजनाओं में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश करने की योजना बनाई है. यह राशि पहले से प्रस्तावित CGD खंड के लिए 20,000 करोड़ रुपये के निवेश से अलग है.’’
IOC के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा, ‘‘देश में गैस कारोबार का विस्तार करने के हमारे ठोस प्रयास प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 15% तक बढ़ाने के सरकार के लक्ष्य को हासिल करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.’’ उन्होंने कहा कि IOC भारतीय सीजीडी बाजार में एक प्रमुख कंपनी के रूप में उभरने की ओर अग्रसर है.