आखिर क्या है Mutual Fund की खासियत, आसान भाषा में जानिए पैसे का गणित

कृष्णा बाजपेई | Updated:Dec 27, 2021, 05:12 PM IST

Mutual Fund में ब्याज पर लगने वाला ब्याज ही है जो कि निवेशकों की झोली को आसानी से बढ़ देता है और लोगों को बाजार के जोखिमोंं का टेंशन भी नहीं होता है.

डीएनए हिंदी: देश में निवेश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में लोग सीधे शेयर बाजार मार्केट में निवेश न करके Mutual Funds में निवेश करते हैं. इसकी सबसे बड़ी ताकत ये है कि इसमें लोग 100 रुपये तक से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. Mutual Funds की खास बात ये है कि इसमें कंपाउंड ब्याज लगता है. इसके चलते मूलधन में जो ब्याज लगता है उसमें नई रकम बनने पर पुनः ब्याज जुड़ता है. यही कारण है कि फंड में पैसा सर्वाधिक तेजी से बढ़ता है. 

ऐसे समझे निवेश का तरीका

यदि आप एसआईपी रोज 150 रुपए जमा करते हैं तो महीने में आप 4500 रुपए का फंड निवेश कर देंगे.  साधारण रूप से अच्छे Mutual Funds औसत 12 से 20 फीसदी तक सालाना रिटर्न दे देते हैं. यदि  Mutual Funds सालाना 12 परसेंट का रिटर्न देता है तो आप आप 10 साल में 10.45 लाख रुपये से ज्यादा का फंड तैयार कर लेंगे. अगर सालाना रिटर्न 15 फीसदी रहता है तो आपकी निवेश रकम 12.54 लाख रुपये तक पहुंच सकती है. वहीं 20 प्रतिशत की रकम अधिक बेहतरीन रिटर्न दे सकती है. 

कुछ ने दिए बड़े रिटर्न

खास बात ये है कि कुछ ऐसे Mutual Funds स्कीम्स भी हैं जिनके जरिए निवेशकों की झोली भर दी है. उनका रिटर्न पिछले 10 साल में 25 फीसदी से अधिक रहा है. उदाहरण के लिए मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का 10 साल का वार्षिक रिटर्न 26 प्रतिशत से अधिक रहा है. मूलधन पर लगने वाला ब्याज फिर उस ब्याज के बाद जुड़ी रकम पर फिर लगा ब्याज रकम को तेजी से बढ़ा देता है.

कुछ इसी तरह निप्पॉन इंडिया ईटीएफ बैंक बीईएस ने 10 साल में 16 फीसदी से ज्यादा का भारी भरकम रिटर्न दिया है. पिछले 10 साल में कई ऐसे फंड हैं, जिनका सालाना एसआईपी रिटर्न 12 फीसदी से ज्यादा रहा है. Mutual Funds की विशेषता ये है कि इसमें निवेशक को सीधे बाजार के जोखिम का सामना नहीं करना पड़ता है और उन्हें रोजाना अपने पैसे को लेकर चिंता करने की आवश्यकता भी नहीं है.  

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