रिटेल इंवेस्टर्स ने संभाली हुई है Share Market की डोर, FPI के जाने का नहीं पड़ेगा असर 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 07, 2022, 03:26 PM IST

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण. (फाइल फोटो-PTI)

खुदरा निवेशक झटकों से संभालने का काम कर रहे हैं. अगर एफपीआई चले गए, तो वास्तव में हमारे बाजारों को बहुत अधिक उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ा.

डीएनए हिंदी: शेयर बाजार (Share Market) में जारी अस्थिरता के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बिकवाली से लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक कर रहे हैं. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा कि महामारी के दौरान खुदरा निवेशकों (Retail Investors) की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 

बाजार पर नहीं होगा ज्यादा असर
उन्होंने कहा कि खुदरा निवेशक इतने बड़े पैमाने पर आ गए हैं कि वे झटकों से संभालने का काम कर रहे हैं. अगर एफपीआई चले गए, तो वास्तव में हमारे बाजारों को बहुत अधिक उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि देश में बड़े पैमाने पर छोटे निवेशक आ गए हैं. सीतारमण कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की प्रभारी भी हैं. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड ने मार्च में कहा कि उसके पास खोले गए सक्रिय डीमैट खातों की संख्या छह करोड़ के आंकड़े को छू गई है. 

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डिजिटल का बढ़ गया महत्व 
वहीं केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नियामकों और अन्य संस्थाओं को डिजिटलीकरण की प्रोसेस को समझने में अधिक उन्नत और वक्त से आगे होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है. वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालयों के प्रभारी सीतारमण ने डिजिटलीकरण के संदर्भ में सुरक्षा तंत्र की जरूरत पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि 2020 और उसके बाद के दशकों में डिजिटल तरीकों का महत्व बढ़ता जाएगा. 

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वक्त से आगे रहना चाहिए
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) को डिजिटलीकरण के लिहाज से वक्त से आगे रहना चाहिए, ताकि निष्पक्ष और जवाबदेह प्रथाओं को सुनिश्चित किया जा सके और प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग न हो. कॉरपोरेट मामलों के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि मंत्रालय अनुपालन प्रबंधन सहित विभिन्न उपायों को लागू करेगा. उन्होंने कारोबारी सुगमता के लिए प्रौद्योगिकी आधारित मंचों पर जोर दिया. कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. 

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