डीएनए हिंदी: एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) के स्वामित्व वाली अडानी विल्मर लिमिटेड (Adani Wilmar Ltd) तेजी के साथ स्थानीय और विदेशी अधिग्रहण नीति पर काम कर रही है. हाल ही में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज रिटेल (Reliance Retail) ने फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स बिजनेस लॉन्च करने की घोषणा की है. अब इसके बाद गौतम अडानी भी इस इंडस्ट्री में पैर जमाने की कोशिश में जुट गए हैं.
क्या है कंपनी की योजना?
अडानी विल्मर (Adani Wilmar) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक अंगशु मलिक (CEO & Managing Director Angshu Mallick) ने बुधवार को एक साक्षात्कार में कहा, "हम अपने उपभोक्ता वस्तुओं की पेशकश और पहुंच को बढ़ावा देने के लिए मुख्य खाद्य पदार्थों और वितरण कंपनियों में ब्रांड हासिल करने पर विचार कर रहे हैं. हम मार्च तक अधिग्रहण करने का सोच रहे हैं.”
मलिक ने कहा कि कंपनी ने खरीद के लिए अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश से 5 अरब रुपये (62.9 मिलियन डॉलर) निर्धारित किए हैं. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त धन आंतरिक स्रोतों से आएगा और अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वर्ष के लिए नियोजित पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) के 30 अरब रुपये होंगे. फरवरी में 486 मिलियन डॉलर की शुरुआत के बाद से खाद्य कंपनी (Food Company) के शेयर तीन गुना से अधिक हो गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization) के मुताबिक, अडानी समूह (Adani Group) और अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) जैसे समूह भारत के खाद्य उत्पादन उद्योग का एक हिस्सा हथियाने की कोशिश कर रहे हैं जो कि 400 बिलियन डॉलर है.
32 कंपनियों की खरीद
अडानी विल्मर ने हाल ही में मैककॉर्मिक स्विटजरलैंड (McCormick Switzerland) से कोहिनूर कुकिंग ब्रांड (Kohinoor Cooking Brand) सहित कई ब्रांड एक अज्ञात राशि में हासिल किए हैं. अधिग्रहण से अडानी विल्मर को कोहिनूर के बासमती चावल (Basmati Rice) और भारत में रेडी-टू-कुक (ready-to-cook), रेडी-टू-ईट करी (ready-to-eat curries) और भोजन पर विशेष अधिकार दिया. अडानी समूह पिछले एक साल में करीब 17 अरब डॉलर मूल्य की करीब 32 कंपनियों को खरीद रहा है, जिनमें से कई इसके मुख्य कोयले और बुनियादी ढांचे से जुड़े कारोबार से बाहर हैं.
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की एक सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड (Reliance Retail Ltd) ने अगस्त में तेजी से बढ़ते उपभोक्ता सामान, या एफएमसीजी (FMCG), व्यवसाय में अपने प्रवेश की घोषणा की जिसका उद्देश्य सस्ती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को विकसित करना और वितरित करना था.
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