Petrol-Diesel Price: कच्चे तेल के दामों में भारी बढ़ोतरी, क्या फिर महंगा होगा पेट्रोल-डीजल?

कृष्णा बाजपेई | Updated:Apr 20, 2022, 07:47 AM IST

पेट्रोल-डीजल की कीमतें पिछले कुछ हफ्तों में 10 रुपये तक बढ़ गई हैं. वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्थिति के अनुसार एक बार फिर आम आदमी को बड़ा झटका लग सकता है.

डीएनए हिंदी: भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें (Petrol-Diesel Price) पिछले कुछ हफ्तों में काफी तेजी से बढ़ी हैं. ऐसे में लोगों के मन में यह डर बना हुआ है कि क्या प्रतिदिन ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ेंगी? वहीं बुधवार का दिन एक बार फिर आम आदमी के लिए राहत बनकर आया है क्योंकि आज भी ईंधन की कीमतों में कोई इजाफा नहीं हुआ है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्थितियों ने एक बार फिर महंगाई का नया बम फटने का संकेत दे दिया है क्योंकि कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Price) एक बार फिर आसमान छूने लगी हैं. 

कच्चे तेल की आसमान छूती कीमतें

मार्च के आखिरी दो हफ्तों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें तेजी से बढ़ी थीं और इसकी वजह यह थी कि उस दौरान कच्चा तेल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 100 डॉलर्स प्रति बैरल की कीमत को पार कर चुका था. ऐसे में कंपनियों को कच्चे तेल के भाव के दबाव में दाम बढ़ाने पड़े थे. वहीं ग्‍लोबल मार्केट में ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) का भाव एक बार फिर 114 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया है, जिससे कंपनियों पर दोबारा पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ानें का दबाव है. 

बढ़ सकते हैं दाम

राहत की खबर यह है कि करीब दो सप्‍ताह से कंपनियों ने तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है. दिल्‍ली में पेट्रोल अब भी 105.41 रुपये लीटर बिक रहा है, लेकिन डीलर्स का अनुमान है कि अगर कच्‍चे तेल का भाव जल्‍द नीचे नहीं आया तो पेट्रोल-डीजल दोबारा महंगा हो सकता है.

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मूल कीमत के बराबर टैक्स

आपको बता दें कि प्रतिदिन सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव होता है. सुबह 6 बजे से ही नए रेट लागू हो जाते हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन, वैट और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम मूल भाव से लगभग दोगुना हो जाता है. यही कारण है कि पेट्रोल-डीजल के दाम इतने अधिक दिखाई देते हैं.

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खास बात यह है कि केंद्र और राज्यों की सरकारों ने एक्साइज और वैट में कटौती कर आम आदमी को नवंबर 2021 में महंगाई से राहत दी थी लेकिन एक बार फिर दाम बढ़ने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

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