PM Surya Ghar Muft Bijli Yojna Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वच्छ ऊर्जा' को बढ़ावा देने के अभियान को केंद्रीय कैबिनेट की हरी झंडी मिल गई है. पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट बैठक में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojna) को मंजूरी दे दी गई है. इससे देश में सौर ऊर्जा को जबरदस्त बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इस योजना में अपनी छत पर सोलर पैनल (Rooftop Solar Panel) लगाने वाले व्यक्ति को 78,000 रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया है. साथ ही 3 किलोवॉट तक का सोलर सिस्टम लगाने के लिए बैंकों से 7 फीसदी की सस्ती ब्याज दर पर कोलेट्रल फ्री लोन भी दिया जाएगा.
75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी सरकार
सरकार ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में 75,021 करोड़ रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया है. इससे देश के 1 करोड़ घरों की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे. बदले में इन घरों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी.
ऐसे करना होगा आवेदन
- घर की छत पर सोलर सिस्टम लगाने के लिए पहले https://pmsuryaghar.gov.in पर खुद को रजिस्टर करना होगा.
- इसके बाद सब्सिडी पाने के लिए अपने घर की छत पर लग रहे सिस्टम के हिसाब से नेशनल पोर्टल पर आवेदन करना होगा.
- पोर्टल पर आवेदन करने के बाद सोलर सिस्टम को इंस्टॉल करने के लिए वेंडर का चुनाव करना होगा.
- सोलर सिस्टम के आकार, बैनेफिट्स कैल्कुलेटर और वेंडर रेटिंग जैसी सुविधाएं भी पोर्टल पर ही दी गई हैं.
ऐसे मिलेगी सब्सिडी और छूट पर कर्ज
- 2 किलोवाट तक के रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए केंद्र सरकार पूरी लागत का 60 फीसदी हिस्सा सब्सिडी के तौर पर देगी.
- 2 से 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी कम रखी गई है. इसमें कुल लागत का 40 फीसदी हिस्सा ही सब्सिडी में मिलेगा.
- सब्सिडी के लिए नेशनल पोर्टल पर आवेदन करना होगा, जिसमें चयन के बाद प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
- एक किलोवाट सिस्टम पर 30,000 रुपये, 2 किलोवा पर 60,000 रुपये और 3 किलोवाट सिस्टम पर 78,000 रुपये सब्सिडी मिलेगी.
- आवेदन करने के साथ ही आप इसे लगाने के लिए कोलेट्रल फ्री कर्ज पाने के भी योग्य हो जाएंगे, जिस पर 7 फीसदी की ब्याज दर होगी.
- सोलर सिस्टम लगाने के लिए सस्ती ब्याज दर वाला कोलेट्रल फ्री कर्ज पाने के लिए किसी भी सरकारी बैंक में आवेदन करना होगा.
क्यों लाई है सरकार ये योजना?
केंद्र सरकार पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से 'एक पंथ, दो काज' वाली कहावत साबित करना चाहती है. एकतरफ हर घर पर 300 यूनिट बिजली उत्पादन से देश में 30 गीगावाट सोलर कैपेसिटी क्षमता तैयार करने की योजना है, जिससे अगले 25 साल में देश का 720 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन घटेगा. स्वच्छ बिजली में बढ़ोतरी होने से कोयले से बनने वाली बिजली का उत्पादन घटाया जाएगा, जिससे पर्यावरण को लाभ होगा. साथ ही सोलर इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलने से मैन्युफेक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स, सप्लाई चेन, सेल्स, इंस्टॉलेशन, सर्विसेज आदि सेक्टर में करीब 17 लाख डायरेक्ट जॉब भी पैदा होंगी.
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