डीएनए हिंदी: भारतीय डाकघर की रिकरिंग डिपॉजिट (PORD) रेगुलर सेविंग का शानदार ऑप्शन है. इस खाते को आप पोस्ट ऑफिस के किसी भी ब्रांच में सिर्फ 100 रुपये की शुरुआती निवेश के साथ खुलवा सकते हैं. इस स्कीम में हर महीने एक निश्चित तारीख को तय रकम जमा करनी पड़ती है. इसमें एकमुश्त बड़ा निवेश करने की जरुरत नहीं है.वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस की RD पर 5.8 प्रतिशत सालाना ब्याज मिल रहा है. बता दें कि ब्याज की कम्पाउंडिंग तिमाही आधार पर की जाती है. इस अकाउंट से आपको एक और फायदा है कि जरुरत पड़ने पर सस्ते रेट पर और आसानी से लोन ले सकते हैं.
पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट
पोस्ट ऑफिस (Post Office) की वेबसाइट के अनुसार अगर आप पोस्ट ऑफिस के RD अकाउंट में 12 किस्त जमा कर चुके हैं. साथ ही आपका अकाउंट 1 साल तक चालू रहने के बाद बंद नहीं किया गया है तो आप लोन लेने के लिए पात्र हैं. नियम कहता है कि आपके अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 50 प्रतिशत तक लोन मिल सकता है. लोन को एक साथ या समान मासिक किस्तों में रिपेमेंट कर सकते हैं.
कम ब्याज देना होगा
आरडी अकाउंट (RD) पर लोन की ब्याज दर बैंकों के पर्सनल लोन के मुकाबले काफी कम रहती है. रिकरिंग डिपॉजिट अकांउट पर लोन की ब्याज आरडी अकाउंट में डिपॉजिट पर मिल रहे ब्याज दर से 2 प्रतिशत ज्यादा रहती है. फिलहाल डाकघर की आरडी पर सालाना ब्याज दर 5.8 प्रतिशत है. यानी अगर लोन लिया तो लोन पर आपको 7.8 प्रतिशत ब्याज दर देना होगा. पोस्ट ऑफिस (Post Office) के रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट पर लोन ले रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इंटरेस्ट की कैलकुलेशन लोन अमाउंट दिए जाने की तारीख से लेकर लोन वापसी की तारीख तक की जाएगी. रिकरिंग डिपॉजिट का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. अगर मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने तक लोन नहीं चुकाया जाता है तो ऐसी स्थिति में आरडी अकाउंट की मैच्योरिटी वैल्यू से लोन और ब्याज काट लिया जाएगा.
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