Lok Sabha Elections 2024 में विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर घेरा हुआ है. आम आदमी की जेब को महंगी होती चीजों से चूना लगने का दावा किया जा रहा है. ऐसे में शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट ने केंद्र सरकार को थोड़ी राहत दी है. केंद्र सरकार के नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) ने शुक्रवार को महंगाई के आंकड़े जारी किए हैं, जिनमें देश में खुदरा महंगाई दर पिछले 10 महीनों के सबसे निचले स्तर पर आने का दावा किया गया है. आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में 5.09 फीसदी खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) मार्च में घटकर 4.85 फीसदी रह गई है. यह भी दावा किया गया है कि महंगाई दर में यह गिरावट खाने-पीने की चीजों के दाम सस्ते होने के कारण आई है.
Food Inflation Rate में भी आई गिरावट
बाजार में दाल-सब्जी के दामों में गिरावट दर्ज की गई है. इसका असर खाद्य महंगाई दर पर भी दिखाई दिया है. फरवरी के 8.66 फीसदी से खाद्य महंगाई दर मार्च में घटकर 8.52 फीसदी रह गई है. शहरी महंगाई दर भी मार्च में 4.14 फीसदी रह गई है, जबकि फरवरी में यह 4.78 फीसदी थी.
गांवों में बढ़ी है महंगाई
शहरों में भले ही महंगाई में कमी आई है, लेकिन यदि आंकड़ों की मानी जाए तो गांवों में महंगाई बढ़ी है. फरवरी में ग्रामीण महंगाई दर 5.34 फीसदी थी, जो मार्च में बढ़कर 5.45 फीसदी हो गई है. फरवरी में 30.25 फीसदी की दर से महंगी हो रही सब्जी भी मार्च में 28.34 फीसदी रह गई है. दालों की महंगाई 18.90 फीसदी से घटकर 17.1 फीसदी रह गई है.
RBI का टारगेट पूरा
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई को काबू रखने का भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का टारगेट मार्च महीने में भी पूरा हो गया है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) को काबू करने के लिए RBI ने खुदरा महंगाई दर को 4 फीसदी पर रखने का टारगेट तय किया था. इसमें 2 फीसदी का दायरा रखा गया था. आरबीआई महंगाई दर को इस दायरे में ही रखने में सफल रहा है.
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