डीएनए हिंदी: दक्षिण भारतीय राज्यों में एक महीने से लागातार हो रही बारिश की वजह से टमाटर के दाम बढ़ गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुछ राज्यों में टमाटर की कीमत 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. देश में खुदरा बाजारों में सितंबर के अंत से ही टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं. हालांकि कुछ क्षेत्रों में कीमतों में उछाल नवंबर में लगातार बारिश की वजह से आई है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में टमाटर की कीमत अलग-अलग है. खुदरा बाजारों में उत्तरी राज्यों में टमाटर की कीमत 30 रुपये से 85 रुपये, पश्चिमी क्षेत्रों में 30 रुपये से 85 रुपये और पूर्व में 39 रुपये से 80 रुपये प्रति किलो के बीच है. टमाटर का औसत मूल्य बीते 2 सप्ताह से 60 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्च स्तर पर बना हुआ है.
टमाटर की कीमतें मायाबंदर में 140 रुपये प्रति किलोग्राम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 127 रुपये प्रति किलोग्राम हैं. केरल के तिरुवनंतपुरम में टमाटर 125 रुपये प्रति किलोग्राम, पलक्कड़ और वायनाड में 105 रुपये प्रति किलोग्राम, त्रिशूर में 94 रुपये प्रति किलोग्राम, कोझीकोड में 91 रुपये प्रति किलोग्राम और कोट्टायम में 83 रुपये प्रति किलोग्राम टमाटर की कीमत है.
कब तक टमाटर की कीमतों में आएगी कमी?
मेट्रो शहरों में टमाटर 55 रुपये प्रति किलो, दिल्ली में 56 रुपये किलो, कोलकाता में 78 रुपये किलो और चेन्नई में 83 रुपये प्रति किलो तक बिक रहे हैं.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने 26 नवंबर को कहा था कि उत्तरी राज्यों से ताजा फसल आने के बाद दिसंबर से टमाटर की कीमतों में कमी आ सकती है.
पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में बेमौसम बारिश की वजह से सितंबर के अंत से ही टमाटर की कीमतों में इजाफा हुआ है जिससे फसल को नुकसान हुआ. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में भारी बारिश की वजह से उत्तर भारतीय राज्यों की ओर से जाने वाली सप्लाई चेन प्रभावित हुई. यही वजह रही कि टमाटर की आपूर्ति बाधित हुई. इन राज्यों में तैयार फसलों को भी मौसम की वजह से बड़ा नुकसान पहुंचा.