डीएनए हिंदी: रूस यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच अमेरिकी लगातार रुस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. इसी बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि अमेरिका अपने सहयोगी यूरोपीय देशों के साथ मिलकर रूस से तेल आयात करने पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है. खास बात यह है कि अभी तक रूस पर अमेरिका और यूरोपीय देशों ने ऊर्जा संबंधित कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है.
आपूर्ति सुनिश्चित करने की कही बात
पश्चिमी देश और अमेरिका यूक्रेन और रूस के बीच भयंकर युद्ध के बावजूद ऊर्जा से जुड़े प्रतिबंध नहीं लगाए है क्योकि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर नकारात्मक असर पड़ सकता है लेकिन अब ब्लिंकन ने कहा, ‘‘हम अपने यूरोपीय साझेदारों और सहयोगियों से रूस से तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने की संभावना पर बात कर रहे हैं साथ ही यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि दुनियाभर के बाजारों में तेल की पर्याप्त आपूर्ति रहे.’’
कनाडा से ज्यादा तेल खरीदता है अमेरिका
अमेरिका रूसी तेल के आयात पर प्रतिबंध की बात कर रहा है लेकिन एक बड़ी बात यह है कि अमेरिका रूस पर तेल आयात के लिए निर्भर नही है. वहीं अमेरिका सबसे ज्यादा तेल कनाडा से आयात करता है. 2020 में अमेरिका ने रूस से लगभग 27.7 मिलियन बैरल कच्चे तेल का आयात किया. यह उसके कुल कच्चे तेल के आयात का मात्र 1.3% था. अमेरिका के 2.2 बिलियन बैरल कच्चे तेल के कुल आयात में से कनाडा से थोक आयात 1.3 बिलियन बैरल तक रहा है जो कि 61 फीसदी के करीब का है.
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मात्र 7 फीसदी का है आयात
EIA के मुताबिक अमेरिका ने रूस से कुल मिलाकर 2020 में प्रतिदिन लगभग 7.86 मिलियन बैरल पेट्रोलियम का आयात किया है जो कि कुल आयात का 7 फीसदी के करीब है. इसके बावजूद मुख्य आयातक देश कनाडा ही है. वहीं अमेरिका में आयातित तेल का केवल 3.5% रूस से आया था. यह कम से कम दो दशकों में सबसे बड़ा प्रतिशत था. ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि अमेरिका द्वारा रूसी तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने से कुछ खास असर होगा.
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