डीएनए हिंदी: एक समय था जब लोग कहते थे कि अगर पढ़ने लिखने में मन ना लगे तो खेती-बाड़ी कर लो. आज के समय में खेती किसानी एक आईएएस (IAS) ऑफिसर से लेकर IIT से पास किया हुआ व्यक्ति भी करता है. वह दौर गया जब खेती किसानी से लोगों को एकमुश्त की रोटी भी नसीब नहीं होती थी लेकिन आज के समय में लोग इसके जरिए लाखों रुपये कमा रहे हैं. यहां हम आपको काले चावल यानी ब्लैक राइस की खेती के बारे में बताएंगे.
आज के समय में काले चावल की मांग तेजी के साथ बाजार में बढ़ गई है. इसमें कई सारे औषधीय गुण हैं जैसे कि यह ब्लड प्रेशर, शुगर जैसी बीमारियों के लिए काफी कारगर होता है. इसकी सबसे ज्यादा खेती पूर्वोत्तर के राज्यों जैसे की सिक्किम, मणिपुर, असम में होती है. हालांकि अब इसकी खेती महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में भी होती है.
क्या होता है ब्लैक राइस?
ब्लैक राइस आमतौर पर काले रंग का चावल होता है यह अन्य चावलों की तरह ही होता है. शुरुआत में इसकी खेती चीन में होती थी. अब इसकी खेती असम और मणिपुर में होती है. इस फसल को तैयार होने में अमूमन 100 से 110 दिन का समय लगता है. पौधे की लम्बाई अन्य धान के पौधे जैसी ही होती है. इसकी खेती बहुत ही आसान है इस फसल को तैयार करने में ज्यादा पानी की खपत भी नहीं होती है.
कैसे करें कमाई?
ब्लैक राइस की खेती से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. अन्य चावलों के मुकाबले आप इससे कई ज्यादा कमाई कर सकते हैं. अमूमन जो चावल मार्केट में 60 से 70 रुपये किलो मिलते हैं वहीं यह चावल 300 से लेकर 800 रुपये किलो मिलता है. कई सरकारें इसकी खेती के लिए किसानों की मदद भी कर रही हैं. इसके लिए स्माम किसान योजना 2022 (SMAM Kisan Yojana 2022) का भी लाभ उठा सकते हैं इस योजना के जरिए आपको किसानी खेती करने वाले उपकरण आसानी से 50 से 80% तक की सब्सिडी पर मिल जाएंगे. इस बिजनेस को करके आप महीने के लाखों रुपये कमा सकते हैं.