Swiggy-Zomato ने मुनाफे के लिए रेस्टोरेंट्स पर बनाया दबाव, ग्राहकों को भी होता है बड़ा नुकसान

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Apr 05, 2022, 12:08 PM IST

स्विगी जोमैटो के खिलाफ रेस्तरा संघ ने कार्रवाई की मांग की है और कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.

डीएनए हिंदी: देश में फूड डिलीवरी के लिए दो सबसे मशहूर ऐप्लिकेशन स्विगी और जोमैटो (Swiggy-Zomato) खूब धड़ल्ले से अपना व्यापार बढ़ा रही हैं लेकिन इस दौरान इन पर अब गंभीर आरोप भी लग रहे हैं. सीसीआई (CCI) ने इस मामले में स्विगी और जोमैटो दोनों को ही नोटिस जारी किया है और पहली नजर में इसे हितो का टकराव बताया है. वहीं कंपनियों पर सबसे गंभीर आरोप यह है कि ये दोनों अपनी शर्तों के आधार पर मोटा मुनाफा कमाते हैं.

मोटा मुनाफा कमाते हैं स्विगी जोमैटो 

दरअसल, स्विगी जोमैटो पर NRAI ने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट से जो कमीशन लिया जाता है वो "अव्यवहार्य" है और "यह 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक है, जो बहुत ज्यादा है." इसके अलावा Zomato पर अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्टिड रेस्टोरेंट से ऑर्डर वैल्यू का लगभग 27.8 प्रतिशत चार्ज करने का आरोप लगाया गया था. शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि क्लाउड किचन के लिए कमीशन की दर 37 प्रतिशत तक है. इसके चलते फूड की कॉस्ट भी बढ़ जाती है और रेस्टोरेंट्स पर ऑर्डर्स भी कम आते हैं. 

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इन कंपनियों ने रेस्टोरेंट्स के लिए कुछ ऐसे नियम बना रखे हैं जो कि अव्यवहारिक माने जाते हैं. इसके चलते रेस्टोरेंट्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है. इसके साथ ही प्लेटफॉर्म पर आरोप हैं कि ये कंपनियां कुछ खास रेस्टोरेंट्स को ही तरजीह देती हैं और उन्हें अधिक डिस्काउंट्स मिलते हैं. इसके चलते बाजार में प्रतिस्पर्धा के कानूनों का उल्लंघन होता है. ऐसे में एनआरएई ने इन दोनों के ही खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं सीआईआई ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.

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स्विगी जोमाटो