डीएनए हिंदी: निवेशकों के लिए टाइटन सोने का अंडा देने वाली मुर्गी साबित हुई है. उनकी इस शेयर में शानदार कमाई हुई है. टाइटन के शेयर ने शानदार तिमाही नतीजे पेश किए है. कंपनी की आय और मुनाफे में जोरदार बढ़त देखने को मिली है. तीसरी तिमाही में टाइटन का मुनाफा 135 फीसदी बढ़कर 987 करोड़ रुपये रहा. वहीं पिछले साल इसी अवधि में 419 करोड़ रुपये मुनाफा रहा था. इस वक्त कंपनी की आय 30.6 फीसदी की बढ़त के साथ 9,515 करोड़ रुपये पर है. पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर के बीच आय 7,287 करोड़ रुपये थी. सालाना आधार पर देखा जाए तो EBITDA 62.9 फीसदी की बढ़त के साथ 1398 करोड़ रुपये पर रहा है जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 858 करोड़ रुपये पर था.
ग्रोथ और मुनाफे के नजरिए से तीसरी तिमाही टाइटन के लिए सबसे बेहतर तिमाहियों में से एक रही है. हालांकि कोविड की तीसरी वेब ने कंपनी के कारोबार पर थोड़ा-बहुत असर डाला है. उम्मीद है कि कंपनी के लिए ये वित्त वर्ष पॉज़िटिव नोट के साथ बंद होगा.
टाइटन को तीसरी तिमाही में फेस्टिव सीजन का तगड़ा सपोर्ट मिला है. जानकारी के मुताबिक ज्वैलरी बिजनेस में अक्टूबर दिसंबर के बीच अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है. तीसरी तिमाही में ज्वैलरी कारोबार से आय 37 फीसदी बढ़कर 8 हजार 563 करोड़ रुपये रही. जबकि पिछले साल समान तिमाही में आय 6 हजार 249 करोड़ रुपये रही थी. वहीं घड़ियों के कारोबार से आय 29 फीसदी बढ़कर 550 करोड़ रुपये रही और चश्मों के कारोबार से आय 26 फीसदी बढ़कर 156 करोड़ रुपये रही. कुल मिलाकर अक्टूब-दिसंबर तिमाही में कंपनी के हर सेग्मेंट में अच्छी ग्रोथ देखी गई है. अच्छे नतीजों का असर आने वाले दिनों में कंपनी के शेयर पर भी देखने को मिल सकता है. वैसे टाइटन का शेयर निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हुआ है.
एक साल में कंपनी ने दिया इतना रिटर्न
पिछले 6 महीने में टाइटन ने निवेशकों को 37 फीसदी का रिटर्न दिया है. जबकि 1 साल में इस कंपनी ने 63 फीसदी और 3 साल में 145% फीसदी का रिटर्न दिया है. 5 साल में 470% फीसदी का फायदा निवेशकों को हुआ है.
क्या करती है कंपनी
बता दें कि टाइटन देश के नामी गिरामी ब्रैंड्स में से एक है. टाइन ज्वैलरी, घड़ियां और आई वियर में देश का बड़ा ब्रैंड है. 1984 में टाइटन की शुरुआत हुई थी. कंपनी की शुरुआत घड़ी मैन्युफ़ैक्चरिंग से हुई थी. आज टाइटन दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी घड़ी मैन्युफ़ैक्चरिंग कंपनी है. 1994 में टाइटन ने तनिष्क के नाम से अपना ज्वैलरी ब्रैंड बाजार में उतारा. आज कंपनी का 80 फीसदी रेवेन्यू ज्वैलरी कारोबार से ही आता है. 2007 में टाइटन ने आई वियर सेग्मेंट में कदम रखा. इस सेग्मेंट में कंपनी सालाना 7 फीसदी की दर से ग्रोथ कर रही है. 2013 में टाइटन ने Skinn नाम से अपने perfume भी लॉन्च किए.
निवेशकों को प्रॉफिट
6 महीने पहले अगर किसी निवेशक ने टाइटन में 1 लाख रुपये लगाए होते तो आज 1 लाख 49 हजार रुपये होते. वहीं 1 साल पहले 1 लाख रुपये लगाए होते तो 1 लाख 63 हजार रुपये होते. 3 साल पहले 1 लाख रुपये लगाए होते तो आज 2 लाख 45 हजार रुपये होते. 5 साल पहले 1 लाख रुपये लगाए होते तो आज 5 लाख 70 हजार रुपये होते.
मिली जानकारी के मुताबिक इस कंपनी में राकेश झुनझुनवाला ने भी बड़ा निवेश किया हुआ है. राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी की इस कंपनी में 5.09 फीसदी हिस्सेदारी है. राकेश झुनझुनवाला की 4.02 फीसदी और रेखा झुनझुनवाला की 1.07 फीसदी हिस्सेदारी है.
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