डीएनए हिंदी: फ्रांस की दो दिन की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म यूपीआई (UPI) को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बताया है कि बहुत जल्द फ्रांस में भी यूपीआई पेमेंट सिस्टम आ जाएगा और लोग आसानी से रुपये में लेन-देन कर सकेंगे. जानकारी के मुताबिक PM Modi और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच (Emmanuel Macron) हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को लेकर डील फाइनल हो गई है और फ्रांस में यूपीआई पेमेंट सिस्टम का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है.
फ्रांस की राजधानी पेरिस में पीएम मोदी ने गुरुवार को भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा है कि बहुत जल्द भारतीय पर्यटक एफिल टावर (Eiffel Tower) में भी UPI पेमेंट करने में सक्षम होंगे. प्रधानमंत्री ने बताया कि फ्रांस में यूपीआई से भुगतान करने को लेकर सहमति बन चुकी है और इसकी शुरुआत एफिल टावर से होगी. इसे डिजिटल ट्राजेंक्शन के लिहाज से बड़ा कदम माना जा रहा है.
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फ्रांस की राजधानी पेरिस में पीएम मोदी ने गुरुवार को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा है कि बहुत जल्द भारतीय पर्यटक एफिल टावर (Eiffel Tower) में भी UPI पेमेंट करने में सक्षम होंगे. प्रधानमंत्री ने बताया कि फ्रांस में यूपीआई से भुगतान करने को लेकर सहमति बन चुकी है.
पीएम मोदी ने कहा है कि भारतीय UP के जरिए रुपये में पेमेंट कर सकेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि इस समझौते से भारतीय नवाचार के लिए एक बड़ा नया बाजार खुल जाएगा. पीएम मोदी पेरिस में ला सीन म्यूजिकल में भारतीय समुदाय के बीच भाषण दे रहे थे. उन्होंने कहा है कि चाहे भारत का यूपीआई हो या फिर अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म, ये देश में एक बड़ा सामाजिक परिवर्तन लाए हैं और मुझे खुशी है कि भारत और फ्रांस भी इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि बीते साल 2022 में UPI Services देने वाली प्रमुख संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने फ्रांस के ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम 'लायरा (Lyra)' के साथ MoU साइन किया था. वहीं साल 2023 में UPI और सिंगापुर के PayNow ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे दोनों देशों के यूजर्स को सीमा पार लेन-देन करने की अनुमति मिल गई है.
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बता दें कि UAE, भूटान और नेपाल पहले ही भारत की डिजिटल ट्रांजेक्शन प्रणाली यूपीआई को अपना चुके हैं. UPI के अधिक विस्तार को लेकर NPCI इंटरनेशनल अमेरिका, यूरोपीय देशों और पश्चिम एशिया में यूपीआई सेवाओं का विस्तार करने के लिए बातचीत कर रहा है, जिससे अन्य देशों में भी यूपीआई ट्रांजेक्शन लागू हो. इसका सकारात्मक असर भारतीय रुपये की साख पर भी पड़ सकता है.
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