डीएनए हिंदीः नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को लेकर तेजी देखी गई थी. लोग एक-एक रुपये के लिए Paytm जैसी एप्लिकेशन का प्रयोग कर रहे थे. इन सबको देखते हुए ही भारत सरकार UPI की शुरुआत की थी. आज के वक्त में देश में UPI के जरिए ट्रांजेक्शन एक साधारण बात हो गई है.
इसके विपरीत छोटे ट्रांजेक्शन को लेकर लोग अभी भी नकदी का इस्तेमाल करते हैं. इसको देखते हुए अब मोदी कैबिनेट ने फैसला लिया है कि म और BHIM UPI के जरिए ट्रांजेक्शन करने वालों को रिवॉर्ड्स मिलेंगे.
मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला
प्रत्येक बुधवार को होने वाली मोदी कैबिनेट की बैठक में कुछ बड़े ऐलान होते हैं. अब नया फैसला डिजिटल ट्रांजेक्शन से जुड़ा है. नए फैसले के मुताबिक BHIM UPI, BHIM UPI के जरिए डिजिटल ट्रांजेक्शन करने वाले यूजर्स को इन्सेंटिंव दिया जाएगा. इस इन्सेंटिंव को लेकर केंद्र सरकार के 1,300 करोड़ रुपये की स्कीम भी लॉन्च कर दी गई है. इस योजना का मकसद देश में मुख्य तौर पर डिजिटल ट्रांजेक्शन को आम लोगों के बीच भी सहज बनाने का है.
तेजी से बढ़ रहे हैं ट्रांजेक्शन
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद से लगातार देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी हो रही है. आकंड़ों के मुताबिक 2018 होने वाले डिजिटल ट्रांजेक्शन की संख्या तीन वर्षों में तीन गुना से ज्यादा हो चुके हैं. वित्त वर्ष 2018 में डिजिटल ट्रांजेक्शन मात्र 14.59 बिलियन हुए थे.
वहीं अब डिजिटल ट्रांजेक्शन की संख्या वित्त वर्ष 2021 में 44 बिलियन से ज्यादा की हो गई है. देश में आए इस डिजिटल ट्रांजेक्शन की आंधी को अब मोदी सरकार 1,300 करोड़ की इस इन्सेंटिव के जरिए स्कीम के जरिए तूफान में परिवर्तित करने की तैयारी कर चुकी है.