तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इसके इस्तेमाल को कम करने पर बनेगी योजना:IEA

| Updated: Mar 09, 2022, 06:01 PM IST

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग की वजह से कच्चे तेल की कीमत में इजाफा हो रहा है. वही। कच्चे तेल की आपूर्ति भी बाधित हो रही है.

डीएनए हिंदी: अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख ने बुधवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) ईंधन की बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए स्टॉक से अधिक तेल जारी कर सकती है और तेल के उपयोग को तेजी से कम करने के लिए एक योजना तैयार की जायेगी. 

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कच्चे तेल के निर्यातक रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद तेल की कीमतों में तेजी आ गई है. यूरोपीय देशों ने मास्को पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं जिससे पहले से ही तंग बाजार में और अधिक आपूर्ति बाधित होने की आशंका बढ़ गई है.

पेरिस स्थित एजेंसी के कार्यकारी निदेशक फातिह बिरोल ने आयोजित एक ऊर्जा सम्मेलन में कहा "अगले हफ्ते, जैसा कि हमने गैस के लिए किया था, हम एक 10-सूत्रीय कार्य योजना के साथ आ रहे हैं कि कैसे तेल के इस्तेमाल को कम किया जाए." 

पेरिस स्थित एजेंसी के कार्यकारी निदेशक बिरोल ने कहा, " तेल बाजारों के लिए गर्मियों का महीना सब से कठिन होता है. इसे तथाकथित 'ड्राइविंग सीजन' भी कहा जाता है. इस महीने में तेल की मांग बढ़ जाती है." 

बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने मंगलवार को रूसी तेल और अन्य ऊर्जा आयात पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया.

आईईए (IEA) के सदस्य पिछले हफ्ते रूस के आक्रमण के बाद आपूर्ति में आई कमी की भरपाई के लिए 60 मिलियन बैरल तेल भंडार जारी करने के लिए सहमत हुए.

बिरोल ने 60 मिलियन बैरल को "शुरुआती प्रतिक्रिया" के रूप में बताया और कहा: "यह हमारे स्टॉक का केवल 4 प्रतिशत है. अगर जरूरत पड़ने पर हमारी सरकारें ऐसा तय करती हैं तो हम बाजारों में और तेल ला सकते हैं.

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