डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने गौतम अडानी को बड़ा झटका दिया है. ममता सरकार ने 25,000 करोड़ रुपये का एक प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप से छीन लिया है. अडानी ग्रुप पश्चिम बंगाल के ताजपुर पोर्ट को विकसित करने वाला था लेकिन अब इस प्रोजेक्ट के लिए नया टेंडर निकाल दिया गया है.
विपक्ष गौतम अडानी पर शुरू से हमलावर रहा है. गौतम अडानी के एनडीए कनेक्शन को लेकर सवाल उठाता रहा है. ममता बनर्जी पर भी आरोप लग रहे थे कि एक तरफ गौतम अडानी पर हमलावर हैं, दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के बड़े प्रोजेक्ट्स भी अडानी ग्रुप को सौंपे जा रहे हैं. अब ममता बनर्जी ने गौतम अडानी से दूरी बना ली है.
ममता सरकार ने हाल ही में ताजपुर बंदरगाह विकसित करने के लिए अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड को आशय पत्र जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. यह साफ हो गया था कि अब 25,000 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप को मिलेगा.
इसे भी पढ़ें- 10 दिन, सुंरग में फंसी 41 जिंदगियां, कैमरा भी पहुंचा, अब क्यों रेस्क्यू ऑपरेशन में हो रही देरी
जल्द टेंडर जारी करेगी ममता सरकार
ममता बनर्जी सरकार जल्द ही पोर्ट के लिए नया टेंडर जारी करेगी. जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू होगी. गौतम अडानी ने बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में साल 2022 में हिस्सा लिया था. वहीं उन्होंने ऐलान किया था कि वे 10,000 करोड़ यहां निवेश करेंगे पर अब ममता ने बड़ा झटका दिया है.
इसे भी पढ़ें- पराली जलाने वाले किसानों को होगा बड़ा नुकसान! MSP का फायदा रोकने की तैयारी
क्यों हुआ है ऐसा
कई लोग दावा कर रहे हैं कि विरोधी दलों के आरोपों की वजह से ममता बनर्जी ने ऐसा फैसला लिया है. कुछ लोगों का कहना है कि महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल दागे थे. ममता सरकार ने इसी वजह से ऐसा फैसला लिया है. पश्चिम बंगाल के किसी भी अधिकारी ने इस पर कुछ बोलने से इनकार किया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.