डीएनए हिंदी: स्विगी और जोमैटो (Swiggy -Zomato) के खिलाफ कई बड़े आरोप लगे हैं. सीसीआई ने इन आरोपों को हितों का टकराव बतया है और कहा है कि इस मामले की जांच 60 दिनों में पूरी हो जाएगी. इन कंपनियों पर आरोप हैं कि ये कंपनियां कुछ खास रेस्टोरेंट्स को ज्यादा तवज्जो देती हैं जिसका सीधा नुकसान अन्य प्रतिस्पर्धी रेस्टोरेंट्स को होता है और इस विवाद के चलते ही सीसीआई ने स्विगी और जोमैटो को नोटिस भेज दिया है.
पर्दे के पीछे से साठ-गांठ
दरअसल, स्विगी और जोमैटो पर आरोप हैं कि उन्होंने कुछ खास रेस्टोरेंट्स के साथ पर्दे के पीछे से साठ-गांठ कर रखी हैं. ऐसे में उन रेस्टोरेंट्स को प्लेटफॉर्म पर सबसे आगे दिखाया जाता है, ऐसे में प्रत्येक आर्डर पर स्विगी और जोमैटो बड़ा मुनाफा उठाते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि अन्य रजिस्टर्ड रेस्टोरेंट्स को प्रतिपर्धा के लिहाज से बड़ा नुकसान होता है. खास बात यह है कि इसका असर ग्राहकों पर भी पड़ता है.
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अन्य रेस्टोरेंट्स को होता है घाटा
ज्यादा दिखने के कारण ही ग्राहक कुछ रेस्टोरेंट्स से ही फूड ऑर्डर करते हैं और फिर उनके ही खाने पर रेटिंग भी देते हैं जिससे रेस्टोरेंट्स का बैकग्राउंड भी अच्छा होता है और इसमें स्विगी जोमैटो का अच्छा कमीशन भी छिपा होता है. ऐसे में अन्य रेस्टोरेंट्स इन कंपनियों के करार के कारण अपनी फूड खुद भी डिलीवर नहीं कर पाते हैं जो कि उनके व्यापार को ही नुकसान पहुंचाता है.
Swiggy-Zomato ने मुनाफे लिए रेस्टोरेंट्स पर बनाया दबाव, ग्राहकों के साथ भी होती है धोखाधड़ी
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