डीएनए हिंदी: महिंद्रा (Mahindra) ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा अक्सर अपने ट्वीट और काम की वजह से चर्चा में बने रहते हैं. लेकिन इस बार आनंद महिंद्रा के खबर में आने की वजह कुछ और है. दरअसल हाल ही में बीबीसी के एक एंकर ने अपने शो में सवाल किया था कि क्या भारत को असलियत में चंद्रयान-3 के साइज के स्पेस प्रोग्राम पर पैसा खर्च करना चाहिए? इस दौरान वायरल विडियो में देखा जा सकता है कि एंकर तार्क दे रहा है कि भारत जिसमें सबसे ज्यादा गरीबों की घनी आबादी है और देश के 700 मिलीं से ज्यादा लोगों के पास शौचालय नहीं है. भारत में बेसिक इंफ्रा की इतनी कमी होने के बाद भी क्या स्पेस प्रोग्राम पर इस तरह पैसा खर्च किया जाना चाहिए?
आनंद महिंद्रा ने दिया दो टूक जवाब
बीबीसी एंकर का यह वीडियो तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस पर आनंद महिंद्रा ने वीडियो वाले ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, "वास्तव में?? सच्चाई यह है कि, बड़े पैमाने पर, हमारी गरीबी दशकों के औपनिवेशिक शासन का परिणाम थी जिसने पूरे उपमहाद्वीप की संपत्ति को व्यवस्थित रूप से लूटा. फिर भी हमसे जो सबसे मूल्यवान संपत्ति लूटी गई वह कोहिनूर हीरा नहीं बल्कि हमारा गौरव और अपनी क्षमताओं पर विश्वास था.”
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महिंद्रा ने दिया करारा जवाब
महिंद्रा ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि क्योंकि उपनिवेशीकारण का लक्ष्य सबसे घातक प्रभाव होता है. यह अपने पीड़ितों को उनकी हीनता के बारे में समझाता है. यही वजह है कि शौचालय और स्पेस एक्सप्लोरेशन दोनों में निवेश करना कोई कंट्राडीक्ट्री नहीं है. उन्होंने आगे लिखा, महोदय चंद्रमा पर जाने से हमारे गौरव और आत्मविश्वास में बढ़त हुई है. यह विज्ञान के जरिए डेवलपमेंट में विश्वास पैदा करता है. यह हमें गरीबी से निकालने की प्रेरणा देता है."
बता दें कि बुधवार यानी 23 अगस्त 2023 को दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बन गया है. इससे पहले चंद्रमा पर रूस, अमेरिका और चीन भारत से पहले उतर चुके हैं.
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