डीएनए हिंदी: देश की बड़ी एड-टेक कंपनी बायजू (Byju's) फिर से छंटनी करने जा रही है. कंपनी 4,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है. यह छंटनी कंपनी के वैश्विक स्तर पर किए जाने वाले पुनर्गठन का हिस्सा है. बायजू ने पहले भी इस साल दो बार छंटनी की है. पहली बार कंपनी ने 600 कर्मचारियों की छंटनी की थी, जबकि दूसरी बार 2,500 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
बायजू के सीईओ बायजू रवींद्रनाथ ने कहा कि कंपनी अपने कारोबार को दोबारा आकार देने के लिए यह कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि कंपनी को अपनी लागतों को कम करने की जरूरत है ताकि वह अपनी वृद्धि को जारी रख सके.
बायजू की छंटनी से एड-टेक क्षेत्र में चिंता बढ़ गई है. एड-टेक कंपनियां पिछले कुछ महीनों से आर्थिक मंदी के कारण दबाव में हैं.
बायजू के अलावा, कई अन्य एड-टेक कंपनियां भी छंटनी कर रही हैं. इनमें Unacademy, Vedantu, Lido Learning और Toppr शामिल हैं.
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बायजू की छंटनी के कई कारण ये हैं:
- आर्थिक मंदी: आर्थिक मंदी के कारण एड-टेक कंपनियों के लिए ग्राहकों को आकर्षित करना मुश्किल हो गया है.
- कम्पटीशन: एड-टेक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है. इससे कंपनियों को अपनी लागतों को कम करने की जरूरत पड़ रही है.
- करोबार में गिरावट: एड-टेक कंपनियों का कारोबार पिछले कुछ महीनों में गिरावट में है. इससे कंपनियों को अपने खर्चों को कम करने की जरूरत पड़ रही है.
बायजू की छंटनी से एड-टेक क्षेत्र पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ने की संभावना है:
- नौकरियों में कमी: एड-टेक क्षेत्र में नौकरियों में कमी आएगी.
- कम्पटीशन में कमी: कंपनियों को अपनी लागतों को कम करने के लिए नए उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने में कठिनाई होगी.
- ग्राहकों के लिए अधिक महंगे उत्पाद और सेवाएं: कंपनियों को अपनी लागतों को कम करने के लिए ग्राहकों से अधिक पैसे वसूलने की जरूरत पड़ सकती है.
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