डीएनए हिंदी: भारत में एक्सप्रेसवे निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि देश में 2025 तक 15,000 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे बनाए जाएं. इनमें से एक एक्सप्रेसवे है 5 राज्यों को जोड़ने वाला अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे (Paniyala Mor- Barodameo Expressway). यह एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के 5 राज्यों को जोड़ेगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 917 किलोमीटर है.
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन 5 राज्यों के लोगों को कई तरह के लाभ होंगे. सबसे पहले, इस एक्सप्रेसवे से सफर में काफी समय की बचत होगी. वर्तमान में, अमृतसर से जामनगर की दूरी लगभग 2,400 किलोमीटर है. इस दूरी को कवर करने में लगभग 24 घंटे लगते हैं. लेकिन अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे बन जाने से यह दूरी 1,500 किलोमीटर रह जाएगी. इस दूरी को कवर करने में लगभग 12 घंटे लगेंगे. यानी, इस एक्सप्रेसवे से सफर में लगभग 12 घंटे की बचत होगी.
दूसरा, अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे से ईंधन की बचत होगी. वर्तमान में, अमृतसर से जामनगर की यात्रा में लगभग 300 लीटर ईंधन की आवश्यकता होती है. लेकिन अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे बन जाने से यह दूरी 120 लीटर रह जाएगी. यानी, इस एक्सप्रेसवे से ईंधन की लगभग 50% बचत होगी.
तीसरा, अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से इन 5 राज्यों के बीच माल और यात्रियों का आवागमन आसान हो जाएगा. इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
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अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से इन 5 राज्यों के लोगों को कई तरह के लाभ होंगे.
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के लाभ:
- सफर में समय की बचत
- ईंधन की बचत
- व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का महत्व:
- यह एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के 5 राज्यों को जोड़ेगा.
- इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 917 किलोमीटर है.
- इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से इन 5 राज्यों के लोगों को कई तरह के लाभ होंगे.
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के निर्माण की स्थिति:
- इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है.
- इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 10,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.
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