डीएनए हिंदी: FD और लिक्विड फंड दोनों ही कम जोखिम वाले निवेश विकल्प हैं जो गारंटीड रिटर्न प्रदान करते हैं. दोनों में ही निवेश करने पर निवेशक का पैसा सुरक्षित रहता है. हालांकि, इन दोनों विकल्पों के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं जिन्हें निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए.
FD और लिक्विड फंड के बीच अंतर
विशेषता | FD | लिक्विड फंड |
परिपक्वता अवधि | 7 दिन से 10 साल तक | 91 दिन तक |
रिटर्न | निश्चित | अनिश्चित |
तरलता | कम तरल | उच्च तरल |
जोखिम | कम जोखिम | कम जोखिम |
टैक्स | ब्याज आय पर आयकर लगाया जाता है | ब्याज आय पर आयकर लगाया जाता है, लेकिन 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिल सकती है |
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FD में निवेश के फायदे
निश्चित रिटर्न
कम जोखिम
टैक्स छूट
FD में निवेश के नुकसान
कम तरलता
लॉक-इन अवधि
लिक्विड फंड में निवेश के फायदे
उच्च तरलता
कोई लॉक-इन अवधि नहीं
लिक्विड फंड में निवेश के नुकसान
अनिश्चित रिटर्न
कुछ हद तक जोखिम
कौन सा निवेश विकल्प है बेहतर?
FD और लिक्विड फंड दोनों ही अच्छे निवेश विकल्प हैं, लेकिन इनमें से कौन सा विकल्प बेहतर है, यह आपके निवेश लक्ष्यों और परिस्थितियों पर निर्भर करता है.
यदि आपके पास अतिरिक्त धनराशि है जिसे आप कम अवधि (कम से कम 7 दिन) के लिए निवेश करना चाहते हैं और आपको निश्चित रिटर्न की आवश्यकता है, तो FD एक अच्छा विकल्प है. हालांकि, यदि आपके पास अतिरिक्त धनराशि है जिसे आप किसी भी समय निकालना चाहते हैं और आपको उच्च रिटर्न की संभावना है, तो लिक्विड फंड एक अच्छा विकल्प है.
यहां कुछ विशिष्ट परिस्थितियां दी गई हैं जिनमें FD या लिक्विड फंड बेहतर निवेश विकल्प हो सकते हैं:
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