Gold Hallmark: गोल्ड ज्वैलरी के लिए बदल गए नियम, अगले महीने से अपनाने होंगे ये रूल, वरना...

नेहा दुबे | Updated:Mar 04, 2023, 12:50 PM IST

Gold Hallmarking Rule

Gold Hallmark: अब से कंपनियों को गोल्ड बेचने के लिए छह डिजिट के कोड का हॉलमार्क करना जरूरी होगा. अगर ऐसा नहीं होता है इसपर सरकार कदम उठाएगी.

डीएनए हिंदी: गोल्ड की अंगूठी से लेकर कान के झुमके तक हर किसी पर हॉलमार्क (Gold Hallmarking Rule) देखने को मिल जाता है. अगर आप गोल्ड खरीदने की सोच रहे हैं तो ध्यान रहे कि इसपर छह डिजिट के कोड हॉलमार्क हों. क्योंकि 1 अप्रैल यानी कि अगले महीने से सरकार छह अंकों के कोड के बिना हॉलमार्क वाले गोल्ड के आभूषणों और गोल्ड की कलाकृतियों की बिक्री बैन कर दी जाएगी. उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय (Ministry of Consumer Affairs, Food and Public Distribution) ने इस संबंध में एक आधिकारिक बयान दिया और कहा कि सूक्ष्म बिक्री इकाइयों में गुणवत्ता संस्कृति सुनिश्चित करने के लिए निर्णय लिया गया है.

बयान में यह स्पष्ट किया गया है कि 1 अप्रैल 2023 से केवल उन्हीं सोने के आभूषणों और सोने की कलाकृतियों की बिक्री की अनुमति दी जाएगी, जिन्हें छह अंकों के अल्फ़ान्यूमेरिक HUID - विशिष्ट पहचान संख्या के साथ हॉलमार्क किया गया है. केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) की अध्यक्षता में 3 मार्च 2023 को आयोजित भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की समीक्षा बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया.

उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के आधिकारिक बयान में कहा गया है, "1 अप्रैल 2023 से, एचयूआईडी के साथ केवल सोने के आभूषणों की बिक्री की अनुमति दी जाएगी," माइक्रो स्केल इकाइयों में गुणवत्ता संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयास में, BIS की विभिन्न प्रोडक्ट सर्टिफिकेशन स्कीम में सर्टिफिकेशन/मिनिमम मार्किंग फीस पर बीआईएस 80% रियायत प्रदान कर रहा है. इसके अलावा, उत्तर-पूर्व में स्थित इकाइयों को अतिरिक्त 10% रियायत प्राप्त होती रहेगी."

उपभोक्ता मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव निधि खरे ने कहा कि "उपभोक्ताओं के हित में, यह निर्णय लिया गया है कि 31 मार्च के बाद, एचयूआईडी के बिना हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों और सोने की कलाकृतियों की बिक्री की अनुमति नहीं दी जाएगी." उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे अंकों के साथ-साथ छह अंकों के एचयूआईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है.

आइए जानते हैं BIS समीक्षा बैठक में लिए गए कुछ जरूरी जानकारियों के बारे में:

-BIS देश में परीक्षण बुनियादी ढांचे को बढ़ाएगा.

- यह उपभोक्ता सुरक्षा के लिए उपयोग किए जाने वाले घटकों की गंभीरता के आधार पर उत्पाद परीक्षण और बाजार निगरानी की आवृत्ति में वृद्धि करेगा. BIS को प्रयोगशाला निरीक्षण की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ानी चाहिए.

- BIS उत्पाद सुरक्षा सुनिश्चित करने और देश में गुणवत्ता जागरूकता लाने के लिए प्रेशर कुकर, हेलमेट और अन्य उपभोक्ता उत्पादों जैसे विभिन्न उत्पादों के लिए बाजार निगरानी बढ़ाएगा.

- BIS विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए मानकों का खाका तैयार करेगा और सुलभता बढ़ाने और नागरिकों के बीच गुणवत्ता चेतना की संस्कृति विकसित करने के लिए सिंपल और स्थानीय भाषाओं में बुकलेट तैयार करेगा.

- BIS ने आने वाले समय में 663 प्रोडक्ट्स के लिए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (QCO) प्रस्तावित किया है. वर्तमान में क्यूसीओ के अंतर्गत 462 उत्पाद शामिल हैं.

- BIS समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों पर टिप्पणी करते हुए, पीयूष गोयल ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत में सभी उत्पाद उच्चतम गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं. ये उपाय सूक्ष्म पैमाने की इकाइयों को बढ़ावा देंगे, परीक्षण बुनियादी ढांचे को बढ़ाएंगे और नागरिकों के बीच गुणवत्ता चेतना की संस्कृति विकसित करेंगे."

यह भी पढ़ें:  Post Office Saving Scheme: अगर निवेश के लिए ऑप्शन की कर रहे हैं तलाश, जानिए कौन सा है बेहतर विकल्प

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

gold hallmarking quality control orders Gold gold jewellery hallmarking