डीएनए हिंदी: त्योहारी सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है. लोग सोने की खरीदारी करते हैं ताकि उसे निवेश के रूप में रख सकें या त्योहारों पर उपहार के रूप में दे सकें. दूसरा, दुनिया भर में महंगाई बढ़ रही है. इससे लोगों की बचत का मूल्य कम हो रहा है. ऐसे में लोग सोने में निवेश करने की ओर रुख कर रहे हैं.
तीसरा, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था अस्थिर है. इससे निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ रही है. ऐसे में वे सोने में निवेश करके अपनी बचत को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं. चांदी की कीमतें भी बढ़ रही हैं. आज चांदी का भाव 72,300 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गया है. इसका कारण भी त्योहारी सीजन में चांदी की बढ़ती मांग है.
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हालांकि, यह भी संभव है कि सोने की कीमतें दिवाली से पहले नहीं बढ़ें. इसके लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता आनी चाहिए और महंगाई कम होनी चाहिए.
अगर सोने की कीमतें दिवाली से पहले 62 हजारी हो जाती हैं, तो यह निवेशकों के लिए अच्छा अवसर होगा. वे इस अवसर का लाभ उठाकर सोने में निवेश कर सकते हैं.
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