डीएनए हिंदी: अपनी सुलभ और सस्ती यात्राओं के लिए पहचान बनाने वाली भारतीय रेलवे देश में अपने नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रही है. इसी के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के 2 जिलों के बीच रेलवे लाइन बिछाने की परमिशन भी मिल गई है. एटा-कासगंज रेलवे लाइन बिछने से नजदीकी जिलों के लोगों का जीवन थोड़ा आसान हो जाएगा. साथ ही यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें.
स्थानीय सामाजिक संगठनों के आंदोलनों और धरना प्रदर्शन के बाद पूर्वोत्तर रेल मंडल की ओर से इस बात की जानकारी दे दी गई है कि एटा और कासगंज के बीच रेल लाइन बिछाने का काम जल्द ही स्टार्ट किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार द्वारा 29 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के विस्तार के लिए बजट फंड भी जारी कर दिया गया है.
एटा और कासगंज रेलवे ट्रैक बिछाने का काम डीपीआर (DPR) तैयार होते ही शुरू कर दिया जाएगा. इस रेल लाइन के विस्तार से एटा में ट्रेन कनेक्टिविटी अच्छी हो जाएगी. साथ ही कासगंज और एटा का ट्रेन संचालन भी बेहतर हो जाएगा. इसके अलावा एटा रेलवे स्टेशन को जंक्शन में भी तबदील किया जा सकता है.
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वर्तमान में यहां सिर्फ आगरा-एटा-टूंडला एक ही पेसेंजर ट्रेन रूट है. इसके अलावा यहां से केवल मालगाड़ियां ही आती- जाती हैं. आपको बता दें कि लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन यहां से न होने से स्थानीय लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. साथ ही यहां की लोगों को लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ने के लिए आगरा या अन्य किसी जंक्शन स्टेशन तक जाना पड़ता है.
एटा-कासगंज रेल लाइन विस्तार से स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसर बढ़ेगें. साथ ही इस क्षेत्र में व्यापार और विनिर्माण भी बढ़ेगा. इसके अलावा स्थानीय अर्थव्यवस्था में मजबूती और आत्मनिर्भरता आएगी. इसके बाद एटा और कासगंज क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों भी बढ़ेगीं.
इसके साथ ही भारत के लोगो को यहां के ऐतिहासिक स्थलों, प्राकृतिक सुंदरता और स्थानीय संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा.
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