डीएनए हिंदी: भारत में अगर व्यापार की बात की जाए तो इसका इतिहास काफी पुराना है. अगर हम भारत के इतिहास पर गौर करें तो पाएंगे की 30 ईसा पूर्व से ही रोमन साम्राज्य और भूमध्य सागरीय देशों के साथ भारत के व्यापारिक रिश्तों के संकेत मिलते हैं. इसके बाद 1600 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी भी भारत में व्यापार करने के उद्देश्य से आई थी.आज हम देश की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी कंपनियों में से एक कंपनी की बात करेंगे. जिनका इतिहास आजादी के समय से भी दो सौ साल पुराना है और हैरानी की बात है कि ये कंपनिया आज भी अपने अस्तित्व और गरिमा को बरकरार रखीं हैं. बता दें कि स्टार्टअप के मामले में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में तीसरे नंबर पर भारत ही आता है.
ओल्ड इज गोल्ड कहावत को सिद्ध करती हुई कुछ कंपनियों ने आज भी अपनी गरिमा को बरकरार रखा है. इसके अलावा इन कंपनियों का डंका देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब बजता है. बता दें कि ये कंपनियां कई सेक्टर्स में अपना अहम योगदान दे रही है. साथ ही ये कंपनियां भारत की अर्थव्यवस्था में भी हाथ बंटाती हैं.
ये है भारत की सबसे पुरानी कंपनी
भारत की सबसे पुरानी कंपनी वाडिया ग्रुप (Wadia Group) है. इसकी स्थापना पारसी बिजनेसमैन लवजी नुसरवानजी वाडिया (Lovji Nusserwanjee Wadia) ने 1736 में की थी. इनका जन्म 1702 में सूरत में हुआ था. इतिहास के मुताबिक 1736 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा नुसरवानजी वाडिया को जहाज और डॉक्स निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट मिला था. इसी समय से कंपनी की शुरुआत हुई थी. इसके बाद वाडिया ने लगभग 355 जहाजों को बनाया था. इसके अलावा वाडिया ने अपने भाई सोराबजी के साथ मिलकर मुंबई का पहला डॉकयार्ड तैयार किया था. बता दें कि एशिया का पहला ड्राय डॉक भी यही था.
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पाकिस्तान से भी जुड़ा रिश्ता
वाडिया ग्रुप का इतिहास लगभग 300 साल पुराना माना जाता है. 1736 में इस कंपनी की स्थापना के समय भारत में मुगल बादशाह मुहम्मद शाह की हुकूमत थी. इतिहास से पता चलता है कि साल 1736 में सूरत के वाडिया परिवार ने ही सबसे पहले कंपनी कॉन्सेप्ट की शुरुआत की थी. इसके बाद पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी ने अपने पिता की मर्जी के बिना भारतीय पारसी वाडिया परिवार में शादी की थी.
यहां से जाने वाडिया ग्रुप की संपत्ति
वर्तमान समय में वाडिया ग्रुप (Wadia Group) की कुल संपत्ति ट्रिलियन में आंकी गई है. मौजूदा समय में वाडिया ग्रुप एविएशन, हेल्थकेयर, केमिकल और एफएमजीसी सेक्टर में काम कर रहा है. 1879 में इस कंपनी ने बॉम्बे डाइंग की नींव रखी थी. बता दें की आज के समय में बॉम्बे डाइंग ग्रुप सबसे फेमस ब्रांडों में से एक है. इस समय में वाडिया ग्रुप की टोटल इक्विटी 51,400 करोड़ रुपये (Wadia Group Turnover) बताई जाती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि देश की सबसे पुरानी कंपनी वाडिया ग्रुप ही आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब का मालिक भी है.
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