डीएनए हिंदी: इजरायल-हमास युद्ध दिवाली पर सस्ता सोना खरीदने (Gold Price) की उम्मीदों पर फेर सकता है. युद्ध के कारण वैश्विक अनिश्चितता बढ़ सकती है, जिससे सोने की मांग बढ़ सकती है. इससे सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है. बता दें कि सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, और जब वैश्विक अनिश्चितता बढ़ती है, तो लोग सोना खरीदने की अधिक संभावना रखते हैं. इजरायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) एक ऐसी घटना है जो वैश्विक अनिश्चितता को बढ़ा सकती है. युद्ध के कारण निवेशकों (Effect of war on gold price) को अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए सोने में निवेश करने की अधिक संभावना हो सकती है.
बता दें कि MCX पर सोने-चांदी की कीमतों में गजब की तेजी देखने को मिल रही थी. सिर्फ 15 दिनों में सोने की कीमत 59,086 रुपये प्रति 10 ग्राम से गिरकर 56,539 के लेवल पर पहुंच गया है. वहीं चांदी में 600 रुपये की गिरावट के साथ 67,095 प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गया है.
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इजरायल-हमास युद्ध से पहले 6 अक्टूबर यानि शुक्रवार को सोने-चांदी की कीमत में गजब की तेजी दर्ज की गई. 24 कैरट गोल्ड प्रति 10 ग्राम 56,539 रुपये पर बंद हुआ. वहीं चांदी 67,095 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुआ.
सोने की कीमतों में वृद्धि से दिवाली पर सोना खरीदना महंगा हो सकता है. दिवाली भारत में एक प्रमुख त्योहार है, और इस अवसर पर सोना खरीदना एक पारंपरिक प्रथा है. हालांकि, अगर सोने की कीमतें बढ़ती हैं, तो लोगों को अपने बजट में रहना मुश्किल हो सकता है.
यहां कुछ कारण दिए गए हैं कि इजरायल-हमास युद्ध दिवाली पर सस्ता सोना खरीदने की उम्मीदों पर कैसे फेर सकता है:
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