डीएनए हिंदी: अगर आप बेरोजगार हैं या आप कुछ समय से कोई काम-धंधा नहीं कर रहे हैं या फाइनेंशियल ईयर में आपकी कोई इनकम नहीं हुई है या फिर आप एक हाउसवाइफ हैं तो भी आपको आईटीआर जरूर फाइल (ITR File) करानी चाहिए. क्योंकि इससे आपको बहुत सारे फायदें मिलने वाले है.
हाउसवाइफ को भी आईटीआर फाइल करनी चाहिए
अगर आपका इनकम का कोई सोर्स नहीं है. तो भी आपको रिटर्न फाइल (ITR Filing 2022-23) जरूर करना चाहिए. उदाहरण के तौर पर आप एक हाउसवाइफ हैं, तो आपकी पर्सनल इनकम तो होगी नहीं तो आपको इनकम टैक्स जमा नहीं करना पड़ता होगा. जब आपको कोई टैक्स जमा नहीं करना पड़ता है और तब भी आप आईटीआर फाइल करती हैं तो इसे जीरो रिटर्न या NIL रिटर्न कहा जाता है. आपको बता दें कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की लास्ट डेट 31 जुलाई 2023 है.
किसे कहते हैं जीरो या NIL रिटर्न?
जीरो रिटर्न यानी वो टैक्सपेयर्स जिन्हें टैक्स जमा नहीं करना होता है. जैसेकि एक हाउसवाइफ को. जीरो रिटर्न तब माना जाता है जब किसी टैक्सपेयर की इनकम नहीं होती है या उसकी छूट लिमिट से कम होती है. इसके अलावा जब किसी टैक्सपेयर की एक फाइनेंशियल ईयर में 2.50 लाख रुपये से कम की कमाई होती है, तो वो टैक्स लाएबिलिटी के अंतर्गत नहीं आता है. तो ऐसे लोगों को टैक्स रिटर्न फाइल करने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि ये लोग टैक्स ब्रैकेट के अंतर्गत नहीं आते हैं. लेकिन फिर भी ये लोग आईटीआर फाइल करते हैं तो इन्हें NIL रिटर्न कहा जाता है.
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हाउसवाइफ के लिए NIL रिटर्न के फायदे
वैसे तो NIL रिटर्न फाइल कराना जरूरी नहीं होता है. लेकिन फिर भी आप NIL रिटर्न फाइल करते हैं तो इसके बहुत से फायदें है. इसमें मुख्य रूप से हाउसवाइफ को भी कई फायदें है.
लोन लेना होता है आसान और रजिस्ट्री में भी मिलती है छूट
अगर आप आईटीआर फाइल करते हैं तो आपको लोन लेने में भी सहूलियत होती है. बता दें कि लोन लेने के लिए आपकी 3 साल की आईटीआर जरूरी होती है. ऐसे में जो हाउसवाइफ आईटीआर फाइल करती हैं उन्हें लोन आसानी से मिल जाता है. कई बैंक इनको ब्याज में भी कुछ छूट देते हैं. इसके अलावा ये ज्वाइंट लोन भी ले सकती है और जमीन के रजिस्ट्री के वक्त महिलाओं के नाम पर रजिस्ट्री में भी रियायत दी जाती है.
आसान हुआ TDS रिफंड कराना
अगर हाउसवाइफ के नाम से एफडी है और उस पर ब्याज मिल रहा है. तो उस पर टीडीएस भी कट जाता है. तो आप इसका फायदा उठाकर रिफंड ले सकते है. इसके अलावा अगर कोई टैक्सपेयर्स 15G या H भरना भूल जाता है और उसका टैक्स कटता है तो वो आईटीआर फाइल करके अपना पैसा रिटर्न करा सकता है.
आईटीआर वालो को मिलेगा वीजा लेने का फायदा
बता दें कि NIL रिटर्न फाइल कराने से आप वीजा और क्रेडिट कार्ड के लिए एप्लिकेशन दे सकते हैं. ये इनकम प्रूफ की तरह काम करता है. कई बार हाउसवाइफ को वीजा अप्लाई के लिए भी आईटीआर फाइल करना जरूरी हो जाता है. यहां हाउसवाइफ को NIL रिटर्न का फायदा मिलता है.
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