डीएनए हिंदी: दिवंगत राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में एक प्रसिद्ध निवेशक बन गए और उन्हें अक्सर भारत के वॉरेन बफेट (Warren Buffett) के रूप में जाना जाता है. दुख की बात है कि 14 अगस्त, 2022 को महान निवेशक का निधन हो गया, वह अपने पीछे एक विरासत छोड़ गए जो भविष्य के निवेशकों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करेगी.
शून्य से शुरुआत करने से लेकर दलाल स्ट्रीट के 'बिग बुल' बनने तक झुनझुनवाला का सफर प्रेरक है. सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, जानें कि कैसे एक भारतीय अरबपति निवेशक ने लिस्टेड शेयरों में अपनी हिस्सेदारी 5000 रुपये से बढ़ाकर 37,500 करोड़ रुपये कर ली.
स्वर्गीय राकेश झुनझुनवाला की सफलता की कहानी
1960 में एक मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा हुए राकेश (Success Story of Late Rakesh Jhunjhunwala) हमेशा से ही शेयर बाजार और निवेश के प्रति आकर्षित रहे हैं. अपने आयकर अधिकारी पिता को निवेश करते देखकर राकेश की रुचि शेयर बाजार में हो गई. राकेश ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट का पेशा अपनाया.
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स्टॉक मार्केट के प्रति उत्साही झुनझुनवाला ने 1985 में थोड़ी मात्रा में पैसे के साथ निवेश करना शुरू किया. उन्होंने तेजी से सफल होने के लिए जरूरी स्किल्स सीखे. हैरानी की बात यह है कि राकेश झुनझुनवाला की मृत्यु के समय उनकी संपत्ति की कीमत लगभग 40,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी.
लेकिन जब वह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट थे तो उन्होंने अपना पहला निवेश करने का फैसला किया. इस दौरान उनके पिता ने उन्हें पैसे देने पर आपत्ति जताई और बाजार में निवेश करने के लिए दोस्तों या परिवार से पैसे उधार न लेने की सलाह दी. झुनझुनवाला ने इसे अपने लिए बाधा नहीं बनने दिया और बाजार में प्रवेश करने से पहले उन्होंने अपने दम पर कुछ पैसे बनाए.
टाटा समूह (Tata Group) की सदस्य कंपनी टाटा टी (Tata Tea) के जरिए उन्होंने पहली बार सफलता का अनुभव किया. अपने शुरुआती निवेश के रूप में 5,000 रुपये के साथ, उन्होंने टाटा टी के शेयर 43 रुपये में खरीदे. झुनझुनवाला ने 1986 में स्टॉक मूल्य वृद्धि के पहले तीन महीनों में 2.15 लाख रुपये के मूल खर्च से 5 लाख रुपये का लाभ कमाया, जिसे उन्होंने 143 रुपये में बेच दिया.
फोर्ब्स के मुताबिक, 2022 में उनकी मौत से पहले उनकी कुल संपत्ति 5.8 अरब डॉलर (अभी करीब 48,000 करोड़ रुपये) आंकी गई थी. तथ्य यह है कि यह मास्टरक्लास निवेशक, जिसने इतनी बड़ी संपत्ति अर्जित की है, केवल 5,000 रुपये के साथ उन्होंने इतना बड़ा फंड तैयार कर लिया. उनकी आय का मुख्य स्रोत शेयर बाज़ार था, जिसने उन्हें आश्चर्यजनक सफलता हासिल करने में मदद की.
यहां जाने-माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला के 5 विचार हैं जो आपको निवेश में मदद करेंगे:
- अलग रहें: 'जब दूसरे बेच रहे हों तब खरीदें और जब दूसरे खरीद रहे हों तो बेचें.'
- धैर्य रखें: 'किसी भी स्टॉक में पैसा लगाने से पहले अपना समय लें और किसी भी नुकसान से बचें.'
- तैयार रहें: 'नुकसान शेयर बाजार का अभिन्न अंग है.'
- जुनूनी बनें: 'जुनून के बिना आप सफल नहीं होते.'
- व्यावहारिक बनें: 'भावनात्मक निवेश घाटे का एक निश्चित तरीका है.'
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