डीएनए हिंदी: भारत में ऐसे बहुत से उद्योगपती जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से मुकाम को हासिल किया है. इन्होंने अपने देश के साथ-साथ दुनिया में भी अपना नाम रोशन किया है. आइए आपको ऐसे ही एक बिजनेसमैन के बारे में बताते हैं जिन्होंने एक धंधे में अपना सब कुछ गंवा दिया. लेकिन फिर भी हार नहीं मानी और दूसरा काम स्टार्ट करके अरबों की कंपनी के मालिक बन गए.
ये प्रसिद्ध बिजनेसमैन कंस्ट्रक्शन कंपनी दिलीप बिल्डकॉन के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दिलीप सूर्यवंशी (Dilip Buildcon chairman Dilip Suryavanshi) हैं. ये फेमस कंपनी मध्य प्रदेश में स्थित कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में काम करती है. इस कंपनी के द्वारा भारत के कई हाईवे और एक्सप्रेसवे सहित बहुत से बड़े प्रोजेक्ट्स को पूरा किया गया है. बता दें कि जल्द ही दिलीप बिल्डकॉन को एमपी सरकार ने 700 करोड़ रुपये का इंफ्रा प्रोजेक्ट दिया है.
पहले बिजनेस में मिली असफलता
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी की सफलता की स्टोरी बेहद इंटरेस्टिंग है. दिलीप सूर्यवंशी ने साल 1987 में इस कंपनी की स्थापना की थी. इन्होंने जबलपुर यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है. दिलीप सूर्यवंशी को इस सेक्टर में लगभग 36 वर्षों का इस्पीरियंस है. इसके बाद साल 2016 में कंपनी की शेयर लिस्टिंग हुई थी.
यह भी पढ़ें:
CarDekho की कैसे हुई शुरुआत, रतन टाटा का क्या है इससे संबंध?
दिलीप सूर्यवंशी ने स्टार्टिंग से ही अपने दिमाग में फिट कर लिया था कि उन्हें किसी अन्य कंपनी में दूसरों के अंडर में काम नहीं करना है. इस वजह से 1979 में अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद वो भोपाल में अपने भाई की सोयाबीन फैक्ट्री का कामकाज संभालने लगे. लेकिन सूखे के कारण उन्हें ये कारोबार बंद कर अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी की स्थापना की.
एक कर्मचारी को बनाया अपना पार्टनर
फोर्ब्स की एक रिपोर्ट में बताया गया कि 1995 में दिलीप ने 21 साल के एक इंजीनियर देवेन्द्र जैन को काम पर रखा था. जिसके काम से वो इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने देवेंद्र जैन को अपने बिजनेस में 31 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अपना पार्टनर बना लिया. वर्तमान समय में देवेंद्र जैन कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं. हुरुन लिस्ट 2021 के मुताबिक दिलीप सूर्यवंशी की कुल संपत्ति 4100 करोड़ रुपये थी और देवेंद्र जैन की कुल संपत्ति 2300 करोड़ रुपये है.
दिलीप बिल्डकॉन की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ो के मुताबिक, सूर्यवंशी मध्य प्रदेश बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुकें हैं. बता दें कि इनकी लीडरशिप में कंपनी ने नए-नए इनोवेशन किए. जिसमें कंपनी को बड़ी सफलता भी मिली थी. अब कंपनी ने भारत में सबसे बड़ी सड़क निर्माण कंपनी बनने के अपने सपने पर अपना ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.