Success Story: रद्दी के कागज से खड़ी की 1,000 करोड़ की कंपनी, कौन हैं पूनम गुप्ता?

Written By नेहा दुबे | Updated: Jan 19, 2023, 11:50 AM IST

Poonam Gupta

Poonam Gupta जिन्होंने रद्दी कागजों से आज 1000 करोड़ रुपये का बिजनेस तैयार कर लिया है. आइए उनके बारे में सबकुछ जानते हैं.

डीएनए हिंदी: पूनम गुप्ता Poonam Gupta) उन लोगों के लिए प्रेरणा हैं जो दुनिया पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं. वह 2002 में भारत से स्कॉटलैंड आई थी और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. पूनम ने 1000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बनाई है. हालांकि पूनम गुप्ता, यूनाइटेड किंगडम की सबसे प्रसिद्ध महिला उद्यमियों में से एक हैं.

पति को 1.5 करोड़ रुपये का पैकेज दिया

गुप्ता हाल ही में एनआरआई (NRI) कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत में थीं. उस दौरान उन्होंने एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया. पूनम ने बताया कि एक बार उन्होंने अपने पति से अपने व्यवसाय में शामिल होने के लिए कहा लेकिन उसने उससे कहा कि वह उसे वहन करने में सक्षम नहीं होगी. उनकी बातचीत के समय, उनके पति का वेतन 80 लाख रुपये प्रति वर्ष था. इस दौरान पूनम अपना बिजनेस बढ़ाती रहीं. बाद में, उनके पति ने उनके लिए 1.5 करोड़ रुपये के वेतन पर काम किया.

पूनम गुप्ता ने 2002 में पुनीत गुप्ता से शादी की, जो स्कॉटलैंड में काम कर रहे थे. उनके पति हेल्थ सेक्टर में काम करते थे. पूनम गुप्ता के पास एमबीए की डिग्री थी लेकिन किसी ने उन्हें नौकरी पर नहीं रखा क्योंकि उनके पास कोई अनुभव नहीं था.

फिर उसने अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का फैसला किया. शोध करने पर, उसने महसूस किया कि यूरोपीय और अमेरिकी कंपनियां बड़ी तादाद में रद्दी कागज सिर्फ इसलिए फेंक देती हैं क्योंकि वे बाजार में सबसे अच्छा उत्पाद बेचना चाहती थीं. ऐसे में ये कंपनियां तब इस पेपर को डिस्पोज करने में करोड़ों खर्च करती हैं.

10 महीने के गहन शोध के बाद उन्हें एहसास हुआ कि इस रद्दी कागज को रिसाइकिल कर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है. उसने इटली, फिनलैंड, स्वीडन और संयुक्त राज्य अमेरिका की कंपनियों से रद्दी कागज खरीदना शुरू किया.

पूनम का पहला ग्राहक एक इतालवी कंपनी थी. उसने कंपनी से कहा कि वह उन्हें बाद में भुगतान करेगी. उनके लिए यह पहले से ही एक लायबिलिटी था इसलिए वे मान गए. पूनम गुप्ता को भारत में पहले ही खरीदार मिल गया था. अपने पहले सौदे में, उसने कागज के दो कंटेनरों के बदले में 40 लाख रुपये का रेवेन्यू अर्जित किया.

इन सौदों के जरिए प्रॉफिट हो रहा

वर्ष 2004 में, उसने स्कॉटलैंड में पीजी पेपर नामक एक कंपनी रजिस्टर की. उसका मुनाफा बेतहाशा बढ़ रहा था. उसे अपनी इस यात्रा में साथ देने के लिए एक सहयोगी की जरुरत थी. इसलिए उसने पुनीत को बिजनेस ज्वाइन करने के लिए कहा. उस वक्त उनका सालाना पैकेज 80 लाख रुपए था. भास्कर की खबर के मुताबिक, उसने ऑफर ठुकरा दिया और कहा कि पूनम उसे अफोर्ड नहीं कर पाएगी.

उसने उसे छह महीने के लिए कंपनी में पार्ट-टाइम के तौर पर शामिल होने के लिए कहा. पुनीत ने 6 महीने तक काम किया और बाद में फुल टाइम शामिल होने के लिए तैयार हो गया. पूनम गुप्ता ने उन्हें 1.50 करोड़ रुपये का पैकेज ऑफर किया.

इस जोड़े ने फिर अपने कारोबार का विस्तार किया. उन्होंने कंस्ट्रक्शन, आईटी और हॉस्पिटैलिटी बिजनेस में भी हाथ आजमाया. जल्द ही उनकी कंपनी की नेटवर्थ 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई. हलांक वह अभी भी इससे संतुष्ट नहीं है. वह चाहती हैं कि उनकी कंपनी की नेटवर्थ 1 लाख करोड़ रुपए हो.

अब वे 9 कंपनियों के मालिक हैं और 7 देशों में उनके कार्यालय हैं.

पूनम गुप्ता ने अपना व्यवसाय अपने घर में शुरू किया. 2015 से, उनका मुख्यालय स्कॉटलैंड के ग्रीनॉक में कस्टम हाउस में है. अब वह पीजी वर्ल्ड (PG World), एसएपीपी होल्डिंग्स (SAPP Holdings), एसएपीपी इंटरनेशनल (SAPP International), एसएपीपी प्रॉपर्टी (SAPP Property), एनविजेज डेंटल हेल्थ (EnVisage Dental Health), पुनाव (Punav) जैसी कंपनियों की मालकिन हैं. उनका सालाना टर्नओवर 60 मिलियन पाउंड है. वहीं उनका 60 देशों में व्यापारिक लेन-देन है. उनका भारत, अमेरिका, चीन, स्वीडन, तुर्की में कार्यालय हैं.

उनके पास एसआरसीसी दिल्ली (SRCC Delhi) से अर्थशास्त्र में डिग्री है और फिर हॉलैंड में मास्ट्रिच स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए (Maastricht School of Management in Holland) की डिग्री है.

यह भी पढ़ें:  Petrol-Diesel Price: अपने शहर के पेट्रोल और डीजल की कीमतों का यहां जानें नया रेट

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.