डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय राजधानी सहित कई शहरों में प्याज की कीमतें (Onion Price Hike) आसमान छूने के कारण व्यापारियों और उपभोक्ताओं ने चिंता व्यक्त की है. राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की खुदरा कीमत 90 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई. रविवार तक प्याज 80 रुपये प्रति किलो मिल रहा था. प्याज की कीमत में बढ़ोतरी का मुख्य कारण कर्नाटक और महाराष्ट्र में बारिश में देरी को माना जा रहा है. बारिश में देरी के कारण खरीफ फसल की बुआई में देरी हुई और इसके बाद बाजार में नया प्याज समय पर नहीं आया.
प्याज की आपूर्ति में कमी
बढ़ती कीमतों के बीच, गाज़ीपुर मंडी के एक व्यापारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि प्याज की आमद कम है जिसके कारण कीमतें ऊंची हैं. दिल्ली में प्याज के रेट 350 (प्रति 5 किलोग्राम) और शनिवार को प्याज की कीमतें 300 रुपये रही हैं.
एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि नवरात्र से पहले प्याज का रेट 50 रुपये था और अब 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. “हमें इसी दर पर खरीदना होगा. पहले, कीमत 30 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी.”
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दिल्ली के अलावा कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी प्याज की कीमतें बढ़ीं. बेंगलुरु के यशवंतपुर एपीएमसी में प्याज 65 से 70 रुपये प्रति किलो पर उपलब्ध था.
केंद्र मूल्य वृद्धि को नियंत्रित करने की योजना कैसे बनाता है?
इन घटनाक्रमों के मद्देनजर, केंद्र ने 29 अक्टूबर से 31 दिसंबर, 2023 तक प्याज के निर्यात के लिए एफओबी आधार पर 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन (MT) का न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) अधिसूचित किया है. घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कीमतों पर प्याज की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए कदम उठाए गए हैं क्योंकि प्याज के निर्यात की संख्या पर अंकुश लगाने से रबी 2023 प्याज की भंडारित मात्रा में कमी आ रही है. 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन का एमईपी लगभग 67 रुपये प्रति किलोग्राम बैठता है.
प्याज निर्यात पर एमईपी लगाने के फैसले के साथ, केंद्र ने बफर के लिए अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज की खरीद की घोषणा की है, जो पहले से खरीदे गए 5 लाख टन से अधिक है.
बफर से प्याज का अगस्त के दूसरे सप्ताह से देश भर के प्रमुख उपभोग केंद्रों में लगातार निपटान किया गया है और एनसीसीएफ और नेफेड द्वारा संचालित मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आपूर्ति भी की गई है. आज तक बफर से लगभग 1.70 लाख मीट्रिक टन प्याज का निपटान किया जा चुका है.
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