डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) के तहत, सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपये की तीन किश्तों में भुगतान करती है. लेकिन अगर कोई किसान पराली जलाता है, तो उसे योजना का लाभ नहीं मिलेगा. इसके अलावा, उसे पराली जलाने के लिए अलग से जुर्माना भी भरना होगा.
पराली जलाने पर किसानों को 2500 से 15000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है. जुर्माने की राशि किसानों की भूमि की श्रेणी और पराली जलाने के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है.
पराली जलाने से वायु प्रदूषण होता है. यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और जलवायु परिवर्तन में भी योगदान देता है. इसलिए, सरकार पराली जलाने को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है.
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पराली जलाने से बचने के लिए, सरकार किसानों को पराली के वैज्ञानिक प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसके लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है.
पराली जलाने से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- पराली को खेत में ही रहने दें: पराली को खेत में ही रहने दें और इसे मिट्टी में मिला दें. इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी.
- पराली को चारे के रूप में उपयोग करें: पराली को चारे के रूप में उपयोग करें. इससे पशुओं को चारा मिल जाएगा और पराली भी खत्म हो जाएगी.
- पराली को बिजली बनाने में उपयोग करें: पराली को बिजली बनाने में उपयोग करें. इससे पराली का उपयोग एक उपयोगी उत्पाद बनाने के लिए किया जाएगा.
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