डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में कामगारों की काफी रुचि है. इस योजना के तहत, सरकार 18 पारंपरिक कौशल वाले व्यवसायों के कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है. इस योजना में अब तक 76,000 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से सर्वाधिक आवेदन दर्जी ट्रेड में प्राप्त हुए हैं. इसके बाद बढ़ई, लोहार, नाई, मालाकार, हैमर और टूल किट मेकर, धोबी और टॉय मेकर ट्रेड्स में भी अच्छी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं.
योजना के तहत, सरकार कारीगरों को उनके कौशल को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान कर रही है. इसके अलावा, सरकार कारीगरों को टूल किट और अन्य आवश्यक उपकरणों की खरीद के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है. इस योजना से कारीगरों को अपने कौशल को बढ़ाने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
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प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से क्या मदद मिलती है:
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना क्या है?
इस योजना के तहत सुनार, लोहार और नाई जैसे पारंपरिक स्किल्स वाले लोगों को फायदा दिया जायेगा. सरकार की तरह से 17 सितम्बर को शुरू किये गए इस योजना में 18 पारंपरिक स्किल्स वाले बिजनेस को शामिल किया गया है. इस योजना से शहरी और ग्रामीण अंचल के करोग्रों को मदद दी जाएगी.
दर्जी ट्रेड में मिला सबसे ज्यादा एप्लीकेशन
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