डीएनए हिंदी: अगर आप IPO में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है. बता दें कि इस महीने यानी अगस्त में लगभग 10 कंपनियां अपना आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी में हैं. आप इसमें निवेश करके अपनी कमाई में भी बढ़ोतरी कर सकते हैं. इनवेस्टमेंट बैंकरों ने बताया की बहुत सी कंपनियां जुलाई में चार छोटे Initial Public Offerings (IPO) की बढ़ती डिमांड को देखते हुए अगस्त में लगभग 8,000 करोड़ रुपये बनाने के लिए 8-10 आईपीओ लॉन्च होने को तैयार हैं. इकनॉमिक टाइम्स ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगस्त में ज्यूपिटर लाइफलाइन हॉस्पिटल्स, TVS सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, बालाजी स्पेशलिटी केमिकल्स, यात्रा ऑनलाइन, इनोवा कैपटैब, एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज, ऋषभ इंस्ट्रमेंट्स और विष्णु प्रकाश आर पुंगलिया जैसी बड़ी कंपनियां अपना पहला IPO लॉन्च करने की तैयारी में लगी हैं.
इसके अलावा अहमदाबाद की फार्मास्युटिकल फर्म कॉनकॉर्ड बायोटेक 1,551 करोड़ रुपये का IPO शुक्रवार 4 अगस्त 2023 को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए प्रीपेयर है. वहीं मुंबई का गैर-बैंकिंग फाइनैंस कंपनी SBFC फाइनैंस ने अपना 1,025 करोड़ रुपये का IPO बुधवार को शुरु किया है.
जाने अगस्त में कौन सी कंपनियां अपना IPO लॉन्च करेंगी?
अगस्त में ज्यूपिटर लाइफलाइन हॉस्पिटल्स, इनोवा कैपटैब, TVS सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, यात्रा ऑनलाइन, बालाजी स्पेशलिटी केमिकल्स, ऋषभ इंस्ट्रमेंट्स, एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज, विष्णु प्रकाश आर पुंगलिया कंपनियां अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती हैं. बैंकरों की माने तो मजबूत सेकंडरी मार्केट और प्राइमरी मार्केट अब बेहतर स्थिति में नजर आ रहा है. साल 2023 में अभी तक लगभग 13 कंपनियों ने प्राइमरी मार्केट से करीब 10,283 करोड़ रुपये कमाए हैं. जबकि साल 2022 में लगभग 40 कंपनियों ने 59,302 करोड़ रुपये कमाया था.
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रिटेल इन्वेस्टर
जानकारों ने बताया कि जो रिटेल इन्वेस्टर IPO में निवेश के लिए अप्लाई करते हैं. उन्हें अपना लक्ष्य अच्छे से मालूम होना चाहिए. रिटेल इन्वेस्टर को ये भी मालूम होना चाहिए कि क्या वो कंपनी की लिस्टिंग से जो इनकम होती उसमें रहना चाहते हैं या फिर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर के तौर पर आगे बढ़ना चाहते हैं. अगर वो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर के रूप में आगे बढ़ रहे हैं तो उन्हें ऑफर डॉक्यूमेंट की जरूर से जानकारी होनी चाहिए. इसके अलावा उन्हें कंपनी के बिजनेस और फाइनैंशल परफॉर्मेंस को भी समझने की कोशिश करना चाहिए. साथ ही प्रमोटर और कॉर्पोरेट गवर्नेंस के स्तर के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए.
साल 2021 में निवेशकों को मिली निराशा
साल 2021 में जिन इन्वेस्टर, प्रमोटर और कंपनियाों ने बड़े-बड़े IPO में अंधाधुन निवेश किया था. वो इस साल 2023 में काफी सतर्क होकर निवेश कर रहे हैं क्योंकि 2021 में सभी इन्वेस्टर को IPO में निवेश करने से निराशा ही हाथ लगी थी. उस समय LIC के शेयर की कीमत IPO की 949 रुपये थी वो अब घटकर 644.40 रुपये पर रूकी हुई है. मतलब की IPO के इश्यू प्राइस से लगभग 32% घटी है. ऐसे में जानकार बताते है कि मार्केट में तेजी के दौरान प्रमोटर और कंपनियां IPO के द्वारा बहुत पैसा कमाना चाहते हैं. लेकिन ये स्थिति निवेशकों के लिए कई बार बेकार साबित होता है. जिस वजह से ऐसे टाइम में निवेशकों को काफी सावधानी से काम लेना चाहिए.
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