डीएनए हिंदी: किसी भी देश का विकास उसके रोजगार पर निर्भर करता है. रोजगार ही देश को विकास के रास्ते आगे बढ़ाता है. लेकिन अगर युवाओं को उनकी शिक्षा के आधार पर रोजगार नहीं मिलेगा तो उन्हें टेंशन में डाल देता है. भारत में करोड़ों युवा ऐसे हैं जिनके पास डिग्री तो है लेकिन नौकरी नहीं है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी लिमिटेड (CMIE) की रिपोर्ट अनुसार, अक्टूबर 2023 में बेरोजगारी (Unemployment) ने पिछले 2 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. देश के ग्रामीण इलाकों में ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी है.
सीएमआईई की आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में बेरोजगारी दर बढ़कर 10.05 फीसदी तक पहुंच गई है, जो पिछले महीने सितंबर में 7.09 फीसदी के आसपास थी. देश के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी सबसे ज्यादा बढ़ी है. ग्रामीण में बेरोजगारी दर 6.2 प्रतिशत से बढ़कर 10.82 फीसदी हो गई, जबकि शहरी दर थोड़ी कम 8.44 प्रतिशत पहुंच गई है.
ये भी पढ़ें- फ्लाइट में माउथवॉश और टूथ जेल का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे पायलट, DGCA का निर्देश
ग्रामीण बेरोजगारी बढ़ने की वजह
दरअसल, इस साल मानसून के बिगड़े मिजाज की वजह से गेहूं, चावल, गन्ना की फसलों पर बुरा असर पड़ा है. इसके कारण ग्रामीण इलाकों में खेती से जुड़ी गतिविधियों पर असर पड़ा है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओ को रोजगार भी नहीं मिल पाया. वहीं शहरी इलाकों में विनिर्माण में तेजी देखी जा रही है.
हालही में एक सरकारी सर्वे में बताया गया कि जुलाई 2022 से जून 2023 तक 15 साल से अधिक आयु वाले युवाओं की बेरोजगारी दर 3.2 प्रतिशत रही. यह 6 साल का सबसे निचला स्थर था.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.